भिलाई,01 नवंबर । अगहन के पहले गुरूवार को घर-घर मां लक्ष्मी की पूजा हुई। महिलाओं ने सुबह स्नान कर मां लक्ष्मी की स्थापना की और पूजा-अर्चना कर आशीर्वाद लिया। भोर होने के पहले घर के प्रवेश द्वार पर दीप जलाए और पूजा कक्ष तक चांवल के घोल से अल्पना सजाकर मां लक्ष्मी का आह्वान किया।
धन और वैभव की देवी मां लक्ष्मी की विशेष पूजा अगहन महीने के गुरूवार को होती है। हिन्दू धर्मावलंबी इस त्यौहार को श्रद्घापूर्वक मनाते हैं। भिलाई – दुर्ग के शहरी क्षेत्रों के साथ आसपास के ग्रामीण इलाके में भी अगहन के पहले गुरुवार के लिए लोगों ने बुधवार की शाम ही घर के आंगन तथा पूजा कक्ष में चावल आटे के घोल से चौक बनाया। आज गुरूवार को अलसुबह हल्दी व आंवला का उबटन लगाकर स्नान के बाद शुभ मुहूर्त में आंवले की लकड़ी से निर्मित लक्ष्मी तथा विष्णु की स्थापना कर धूप.दीप एवं आंवला पत्ती से पूजा की गई।
पूजा के बाद खीर पूड़ी व अन्य पारम्परिक व्यंजन का भोग लगाया और घर के सभी लोगों को प्रसाद वितरण किया गया। मान्यता के अनुसार इस पूजा के प्रसाद को घर के सदस्यों के अलावा बाहरी लोगों को नहीं दिया जाता। पुराणों में अगहन को वर्ष का सर्वश्रेष्ठ महीना माना गया है। इस दिन रुपए पैसे का लेनदेन नहीं किया जाता। ऐसी मान्यता है कि इस दिन रुपए पैसे के लेनदेन करने से लक्ष्मी रुष्ट हो जाती है।
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