रायपुर,25 नवंबर I महादेव जुआ ऐप मामले में इस महीने की शुरुआत में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा गिरफ्तार किए गए ड्राइवर असीम दास ने अपने उस बयान को वापस ले लिया है, जिसमें उसने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को चुनाव के लिए पैसे पहुंचाने की बात कही थी. दास ने अदालत को पत्र लिखकर कहा है कि उसे गलत तरीके से फंसाया जा रहा है. ईडी ने उससे अंग्रेजी में लिखे बयान पर हस्ताक्षर करने के लिए मजबूर किया, जिस भाषा को वह नहीं समझता.
इसके बाद अब कांग्रेस पार्टी ने ईडी पर सरकार को निशाना बनाने का आरोप लगाया है. साथ ही सीएम बघेल ने भी आरोपों से इनकार किया है और बीजेपी और ईडी पर साजिश का आरोप लगाया है. दरअसल, ईडी ने जुलाई 2022 में धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप मामले की जांच शुरू की, जिसमें दावा किया गया कि ऐप के प्रमोटर- जिनकी पहचान सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल के रूप में हुई है, वो विदेश में बैठकर इस अवैध सट्टेबाजी ऐप का संचालन करते हैं.
तीन नवंबर को ED ने किया था गिरफ्तार
इस अवैध सट्टेबाजी ऐप के जरिए वो हजारों करोड़ रुपये अर्जित करते हैं. छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के पहले चरण से चार दिन पहले तीन नवंबर को, ईडी ने इस मामले में दास और एक कांस्टेबल, भीम सिंह यादव (41) को गिरफ्तार किया और दास की कार से कथित तौर पर 5.39 करोड़ रुपये जब्त किए. ईडी के अनुसार, दास ने कहा कि वह, एक अन्य आरोपी शुभम सोनी के निर्देश पर, चुनावी फंडिंग के लिए भारतीय कांग्रेस पार्टी के राजनेताओं को पैसा पहुंचाने के लिए रायपुर आया था.
वहीं ईडी ने इस मामले में अदालत को बताया कि दास ने पूछताछ में स्वीकार किया कि यह राशि सत्तारूढ़ राजनीतिक अधिकारियों को पहुंचाई जानी थी. उसने पूछताछ में बताया था कि सीएम भूपेश बघेल तक भी कैश पहुंचा था. हालांकि, दास अब अपने बयान इस मुकर गया है. उसने कहा है कि उसे अब एहसास हो रहा है कि उसे बलि का बकरा बनाया जा रहा है. उसने कहा कि वो यह स्पष्ट कर देना चाहता है कि उसने कभी भी सीएम बघेल, विनोद वर्मा या किसी अन्य कांग्रेस पार्टी के नेता या कार्यकर्ता को कोई पैसा नहीं पहुंचाया है.
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