केंद्रीय सचिवालय राजभाषा सेवा संगठन के प्रतिनिधिमंडल ने डॉ. जितेंद्र सिंह से मुलाकात की

नई दिल्ली। केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा है कि डीओपीटी (कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग) बिना किसी देरी के समय पर पदोन्नति सुनिश्चित करने के लिए उत्सुक है। डॉ. सिंह केंद्रीय सचिवालय राजभाषा सेवा संगठन के प्रतिनिधिमंडल से बात कर रहे थे जिसने नई दिल्ली में उनसे मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने व्यापक स्तर पर पदोन्नति का आदेश देकर विलंबित पदोन्नति मामलों के बैकलॉग को खत्म करने के लिए उन्हें धन्यवाद दिया और राजभाषा अधिकारियों से संबंधित शेष मामलों के इसी तरह निपटारे का अनुरोध किया।

यह आश्वासन देते हुए कि कार्मिक मंत्रालय का डीओपीटी विभिन्न संवर्गों में सरकारी कर्मचारियों की समय पर पदोन्नति के बारे में समान रूप से चिंतित है, डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि इस वर्ष जून में, डीओपीटी ने एएसओ के पद पर काम करने वाले 1,592 अधिकारियों की बड़े पैमाने पर तत्काल प्रभाव से तदर्थ आधार पर एसओ के पद पर पदोन्नति को मंजूरी दी थी।

डीओपीटी प्रभारी मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह के निर्देश पर पदोन्नति में तेजी लाई गई, जिन्होंने व्यक्तिगत रूप से पूरी प्रक्रिया की समीक्षा की। डॉ. सिंह ने कहा कि केवल पिछले साल ही लगभग 9,000 पदोन्नतियां की गईं और उससे पहले डीओपीटी ने पिछले तीन वर्षों में 4,000 पदोन्नतियां दी थीं।

प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने व्यापक स्तर पर पदोन्नति को मंजूरी देने में व्यक्तिगत रुचि प्रदर्शित करने के लिए डॉ. जितेंद्र सिंह के प्रति आभार व्यक्त करते हुए डीओपीटी के प्रभारी मंत्री से अनुरोध किया कि वे अपने कैडर में पदोन्नति नीति की समीक्षा करें क्योंकि वहां पदोन्नति की संभावनाएं कम हैं, जिससे कर्मचारियों का मनोबल प्रभावित हो रहा है।

डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि  प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस बात के लिए बहुत उत्सुक हैं कि मेहनती और निष्पादन करने वाले अधिकारियों को काम के अनुकूल माहौल प्रदान किया जाना चाहिए और साथ ही, समय पर सेवा लाभ भी प्रदान किया जाना चाहिए जिससे कि वे राष्ट्र निर्माण में अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए प्रेरित रहें।