क्रिकेट विश्वकप के फाइनल में भारत की हार से जहां देशवासियों का दिल टूट गया। वहीं, तीन युवकों की मौत हो गई। भारत की हार से दुखी होकर बंगाल के बांकुड़ा जिले में 23 वर्षीय युवक ने कथित तौर फांसी लगा ली। वहीं, उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में 60 वर्षीय वृद्ध की हार्ट अटैक से मौत हो गई, जबकि आंध्र प्रदेश के तिरुपति जिले के सॉफ्टवेयर इंजीनियर की दिल का दौरा पड़ने मौत हो गई।
बंगाल पुलिस के मुताबिक, मृतक राहुल लोहार के रिश्तेदार उत्तम सूर ने बताया कि वह एक कपड़े की दुकान पर काम करता था और फाइनल मैच देखने के लिए रविवार को छुट्टी ली थी। भारत की हार से दुखी होकर रविवार रात करीब 11 बजे उसने कमरे में फांसी लगा ली। पुलिस के अनुसार, घटना के समय घर में कोई अन्य नहीं था।
क्रिकेट प्रेमी की हार्ट अटैक से मौत
वहीं, दूसरी घटना उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में घटी। भारत की हार के सदमे से 60 वर्षीय व्यक्ति की हार्ट अटैक से मौत हो गई। पुत्र कुलदीप ने बताया कि पिता महावीर क्रिकेट के प्रेमी थे। रविवार रात भारत के हारते ही उन्हें दिल का दौरा पड़ गया। बताया कि 1983 में जिस समय कपिल देव की टीम ने क्रिकेट वर्ल्ड कप जीता था तो पिता ने पूरे गांव में मिठाई बांटी थी। इस बार भी उन्हें भारतीय टीम की जीत का पूरा यकीन था।
सदमे से इंजीनियर की मौत
तीसरी घटना आंध्र प्रदेश के तिरुपति जिले में हुई। यहां रहने वाले सॉफ्टवेयर इंजीनियर 32 वर्षीय ज्योति कुमार यादव भारत की हार नहीं सह पाए। हार के सदमे से भारतीय टीम के कट्टर समर्थक ज्योति कुमार का दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। तिरुमला तिरुपति देवस्थानम के एक सेवानिवृत्त कर्मचारी के बेटे ज्योति कुमार की जल्द ही शादी होने वाली थी।
बताया जाता है कि भारतीय कप्तान रोहित शर्मा को रोते देखकर वह भावुक हो गए। परिवार के सदस्यों ने बताया कि तिरुपति ग्रामीण मंडल के दुर्गासमुद्रम गांव में अपने घर पर टेलीविजन पर मैच देखते समय वह गिर गए। अस्पताल ले जाया गया, जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
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