राजनीति के महंत, 11वीं बार चुनाव समर में…

छ्ग की वर्तमान कांग्रेस में वरिष्ठता और अनुभव के हिसाब से विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत का कद काफी बड़ा है। उनकी पत्नी ज्योत्सना महंत लोकसभा सदस्य है। चरणदास के पिता बिसाहू दास महंत अविभाजित म.प्र. में कई बार मंत्री रहे, आपातकाल में 1977 के चुनाव में भी विधायक बने,कांग्रेस के उस दुर्दिन में भी म.प्र. कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भी बने। डॉ.चरण दास महंत 26 जनवरी 1980 के पहले नायब तहसील दार बन चुके थे तभी उनकी ज्योत्सना से सगाई हो गई।

दरअसल भोपाल में कॉलेज में पढ़ाई के दौरान ही चरण दास,ज्योत्सना के संपर्क में आए और एक तरह से दोनों का प्रेम विवाह ही हुआ,यह बात और है कि घरवालों की सहमति भी मिल गई थीं। मप्र के तत्कालीन सीएम अर्जुनसिंह तथा पूरा मंत्रिमंडल इनके विवाह का गवाह बना था।पिता की अचानक मृत्यु के बाद भी राजनीति में उतरने डॉ महंत तैयार नहीं थे पर उन्हें अर्जुन सिंह ने एक तरह से भावनात्मक दबाव बनाया कि ‘आखिर उनके पिता के कार्यों को आगे कौन बढाएगा?’ दबाव के कारण 1980 का विस चुनाव लडऩा पड़ा और महंत विधायक बन गये। ज्योत्सना महंत (श्रीमती चरणदास) का कहना है कि उनकी सगाई नायब तहसीलदार महंत से हुई थी, विवाह विधायक महंत से…?



अर्जुन सिंह को अपना राजनीतिक गुरु मानने वाले डॉ. चरणदास  म.प्र. में गृह,वाणिज्यकर, कृषि,जनसंपर्क मंत्री का पद भी सम्हाल चुके हैं, महंत,छ्ग की पूर्व राज्यपाल सुश्री अनसुया उइके के साथ अर्जुनसिंह मंत्री मण्डल में राज्यमंत्री के रूप में भी काम कर चुके हैँ। डॉ महंत 98,99 तथा 2009 में लोकसभा सदस्य बने तथा डॉ. मनमोहन सिंह के मंत्रिमंडल में कृषि एवं खाद्य प्रसंस्करण राज्य मंत्री का पद भी सम्हाला। वैसे पिता मप्र कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रह चुके हैँ और उन्ही की तरह डॉ महंत 2006 में छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष का दायित्व भी सम्हाला पोर्टफोलियो के हिसाब से डॉ. चरणदास महंत वर्तमान में छग कांग्रेस के बड़े नेता है।

उनकी पत्नी ज्योत्सना महंत डॉ चरण के चुनावों में प्रचार में शामिल होती थी पर कोरबा लोकसभा से पहली बार निर्वाचित भी हुई हैँ जबकि पिछले चुनाव में मोदी और हिंदुत्व की बड़ी लहर चली थी। डॉ चरणदास महंत मप्र की विधानसभा के कई बार सदस्य,कई विभागों के मंत्री,लोकसभा सदस्य, मनमोहन मंत्रिमंडल में राज्यमंत्री रहे तथा वर्तमान में छ्ग विधानसभा के अध्यक्ष हैँ,वे अपनी राजनीतिक पारी में केवल राज्य सभा सदस्य ही नहीं बन सके हैँ….?अपनी परम्परागत विधानसभा सक्ति से चुनाव समर में हैं। उनका यह 11वां चुनाव है। पत्नी ज्योत्सना महंत का लोकसभा चुनाव शामिल कर लिया जाय तो यह चुनाव 12वां हो जाएगा।