पाकिस्तान पर हो गया चौतरफा अटैक, 17 लाख लोगों को बाहर निकलना पड़ गया भारी

पाकिस्तान। 1 नवंबर से पाकिस्तान से लाखों अफगान शरणार्थियों को धक्के मार कर निकाल रहा है। लेकिन इसकी भारी कीमत पाकिस्तान को चुकानी ही पड़ गई। मासूम अफगानियों का बदला पाकिस्तान से टीटीपी ने ले लिया है। पाकिस्तान के सैकड़ों सैनिक मारे गए हैं और लाखों लोग सड़कों पर उतर आए हैं। वहीं पीओके में भी एक बड़ा ऑपरेशन हो गया है। अफगान शरणार्थियों पर पाकिस्तान की कार्रवाई के बीच, तालिबान से जुड़े तहरीक-ए-जिहाद के आतंकवादियों ने 4 नवंबर की तड़के पाकिस्तान के हवाई अड्डे पर हमला कर दिया। कई F-7PG (चीनी नाम चेंगदू J-7) सहित दस विमान ), आतंकवादियों द्वारा तबाह कर दिए गए।

भारी हथियारों से लैस आतंकवादी सीढ़ियों का उपयोग करके पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में मियांवाली वायु सेना अड्डे में घुस गए। पाकिस्तानी सेना आतंकवादियों को मार गिराने में कामयाब रही, लेकिन इससे पहले कि वे बेस के प्रमुख इलाकों में घुसपैठ न कर दें।  मियांवली के बाद बलूचिस्तान, गिलगित बाल्टिस्तान, खैबर पख्तूनवा और पीओके में बड़ा खेल हो गया। बलूचिस्तान, गिलगित बाल्टिस्तान में लाखों पश्तून लोग पाकिस्तान के विरोध में आ गए। पश्तून मूल रूप से अफगानी लोग ही होते हैं। इन लोगों ने 17 लाख अफगानी शरणार्थियों के समर्थन में पाकिस्तान की सरकार पर हमला  बोल दिया। भीड़ इतनी है कि पाकिस्तान की सेना भी यहां जाने से डर रही है।

वहीं टीटीपी ने खैबर पख्तूनवा में पाकिस्तानी सेना पर एक के बाद एक कई हमले कर दिए। जिसमें 7-8 सैनिक मारे गए।  पीओके में एक खतरनाक आतंकी का सिर तन से जुदा कर दिया गया है। लश्कर के मोस्ट वांटेड आतंकी ख्वाजा शाहिद को पीओके में घुस कर मारा गया है। श्कर-ए-तैयबा कमांडर ख्वाजा शाहिद उर्फ ​​मिया मुजाहिद जम्मू-कश्मीर के सुंजुवान में भारतीय सेना शिविर पर 2018 के आतंकवादी हमले के मास्टरमाइंड में से एक, जिसमें पांच सैन्य कर्मियों सहित छह लोगों की मौत हो गई थी – पता चला है कि उसका सिर कटा हुआ पाया गया था सूत्रों ने कहा कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर उनके शरीर पर गंभीर यातना के निशान हैं।