महासमुन्द ,08 नवंबर । 72 साल का एक शख्स प्रतिदिन सुबह 5 बजे से तैयार होकर गांव और शहर की गलियों में निकल जाते हैं, जहां उन्हें 18 वर्ष से ऊपर के नागरिक दिखते हैं वहां उनकी स्कूटी रुक जाती है और मतदान की अपील करने लगते हैं। उनका प्रचार का तरीका भी अनोखा है स्वयं अपनी वेशभूषा को प्रचार का माध्यम बनाया है। स्कूटी को भी पर्चा पोस्टर लगाकर आकर्षक तरीके से सजाया है। जिससे लोग दूर से ही देखकर आकर्षित होते हैं।
महासमुंद जिला अंतर्गत बागबाहरा निवासी 72 साल का यह शख्स शत प्रतिशत मतदान का बीड़ा उठाया है। इनका नाम डॉ. विश्वनाथ पाणिग्रही है। वैसे तो वे एक निजी कंपनी में मैनेजर के पद पर कार्यरत हैं, लेकिन चुनाव आते ही वह अवकाश ले लेते हैं। उन्होंने बताया कि मैं समाज में स्वच्छता, पर्यावरण, मतदाता जागरूकता के लिए संकल्प लिया हूं। वह एक समाज सेवक के रूप में पहचाने जाते हैं और सरकार द्वारा संचालित साक्षर भारत, खुले में शौच मुक्त ग्राम, पर्यावरण, स्वच्छता के लिए निरन्तर समाज के बीच कार्य करते रहे है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2013-14 के निर्वाचन में जहां महिलाओं को ब्रांड एंबेसडर बनाया गया था वही उन्हें विशेष रूप से स्वीप का ब्रांड एंबेसडर बनाया गया। वे उस दौरान एकमात्र पुरुष शख्स थे। उनके अच्छे कार्यों के लिए अनेक अवार्ड भी हासिल हुआ है। उनकी स्वीप में भूमिका को देखते हुए जिले का डिस्ट्रिक्ट आइकॉन भी नियुक्त किया गया है। स्वीप के नोडल अधिकारी एवं जिला पंचायत सीईओ एस. आलोक ने उनके द्वारा किये जा रहे प्रचार-प्रसार को मतदाता जागरूकता का अच्छा प्रयास बताया है।
वहीं पाणिग्रही ने बताया कि वह न केवल शहर में बल्कि गांव में भी घूम-घूम कर प्रचार करते हैं। अभी बागबाहरा ब्लॉक के खोपली, दारगांव और अलग-अलग गांव में जाकर मतदान के लिए अपील कर लिए हैं। तृतीय जेंडर के मतदाताओं के बीच भी जाकर अपना अपील कर चुके हैं। वहीं काम करने वाले श्रमिकों व खेत में काम करने वाले किसान और मजदूरों के बीच में भी जाकर मतदान की अपील करते हैं। महाविद्यालयीन छात्र-छात्राओं के बीच पहुंचकर मतदान के महत्व को भी बताते है। पाणिग्रही ने बताया कि उन्हें कोरोना के दौरान कोरोना योद्धा का अवार्ड भी मिला है वही स्वच्छता पर्यावरण के लिए भी वे लगातार कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनका एकमात्र उद्देश्य समाज में जागरूकता लाना है क्योंकि लोकतंत्र के महापर्व में सब की भागीदारी सुनिश्चित हो इसलिए वह प्रचार का यह तरीका अपनाया है। उन्होंने कहा कि यदि कोई मेरे अपील से प्रभावित होता है और जाकर मतदान करता है तो ये मेरे लिये सबसे बड़ा पुरस्कार है।
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