अमेरिका । अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा ने चेतावनी दी है कि अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन धरती पर गिर सकता है। इसे धरती पर गिराने में जरा सी भी लापरवाही बरती गई तो धरती पर तबाही मच सकती है। नासा के एयरो स्पेस सेफ्टी एडवाइजरी पैनल ने इस स्पेस स्टेशन को धरती पर वापस लाने की बात कही है। दरअसल, रूस, कनाडा और जापान समेत दुनिया के 20 देशों ने मिलकर 1958 में अंतरिक्ष में स्पेस स्टेशन को भेजा था। इसे 15 सालों के लिए भेजा गया था। ये अब तक काम कर रहा है। अब इसे धरती पर वापस लाने की तैयारी है। अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन दरअसल एक कृत्रिम संरचना है जो धरती की निचली कक्षा में इसकी मदद से वहां भेजे जाने वाले एस्ट्रोनॉट कई प्रयोग करते हैं और नई-नई जानकारियां सामने लाते हैं।
अंतरिक्ष स्पेस स्टेशन पृथ्वी से करीब 400 किलोमीटर की दूरी पर है। 109 मीटर लंबे स्पेस स्टेशन का वजन 4 लाख 50 हजार किलो है। ये एक फुटबॉल के मैदान के बराबर है। 15 करोड़ डॉलर की लागत से तैयार हुए स्पेस स्टेशन को अंतरिक्ष की दुनिया की सबसे महंगी चीजों में गिना जाता है। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि मेंटनेंस के बाद ये स्पेस स्टेशन अभी भी अंतरिक्ष में काम कर रहा है तो इसे नासा धरती पर लाने की कोशिश में क्यों जुचटा हुआ है। दरअसल, नासा चाहता है कि इसे कुछ सालों तक और अंतरिक्ष में रखा जाए। लेकिन ऐसा करने में मेंटनेंस की जरूरत पड़ेगी। इसके साथ ही खतरे भी बढ़ सकते हैं। इसमें हजारों करोड़ रुपए का खर्च आएगा। अमेरिका ने हाल ही में अपने स्पेस बजट में कटौती की है। इसलिए अब इसे धरती पर उतारने की तैयारी की जा रही है।
नासा का कहना है कि अब इसको धारती पर लाने की तैयारी की जा रहीं है। कहा कि इसकी लैंडिग आसान है लेकिन इस प्रक्रिया के दौरान यदि कोई भी लापरवाही हुई तो पृथ्वी पर बड़ा नुकसान भी हो सकता है। साइंटिस्ट्स के लिए प्वाइंट नेमो पर स्पेस स्टेशन की लैंडिंग बड़ी चुनौती होगी, ऐसा नहीं हुआ तो बड़ा नुकसान हो सकता है।
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