Nepal Earthquake: नेपाल में शुक्रवार देर रात आए विनाशकारी भूकंप में कई इमारतें गिर गई. जिसमें कम से कम 70 लोगों की मौत हो गई. बताया जा रहा है कि इस भूकंप में सैकड़ों लोग घायल भी हुए हैं. अधिकारियों का कहना है कि मरने वालों की संख्या में इजाफा हो सकता है. बता दें कि जिस वक्त भूकंप आया तब ज्यादातर लोग अपने घरों में हो रहे थे. जिसके चलते उन्हें भूकंप आने पर घर से निकलने तक का मौका नहीं मिली और लोग इमारतों के मलबे के नीचे दब गए.
भूकंप के ये छटके इतने तेज थे कि नेपाल से लेकर दिल्ली तक धरती कांप उठा. भारत में जैसे ही भूकंप के झटके महसूस हुए वैसे लोग तमाम लोग घरों से बाहर निकल आए. रिक्टर स्केल पर इस भूकंप की तीव्रता 6.4 मापी गई. राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (NCS) के मुताबिक, इस भूकंप का केंद्र काठमांडू से करीब 500 किमी दूर पश्चिम जाजरकोट में 10 किमी की गहराई में था. भूकंप के झटका महसूस होने के बाद राजधानी काठमांडू में लोग अपने-अपने घरों से बाहर निकल आए.
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रुकुम पश्चिम में 36 और जाजरकोट में 34 की मौत
नेपाली अधिकारियों के मुताबिक, इस भूकंप के चलते रुकुम पश्चिम में 36 लोगों की मौत हो हुई है, जबकि जाजरकोट जिले में अब तक 34 लोगों की मौत होने की पुष्टि हो चुकी है. भूकंप के बाद से रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है. बताया जा रहा है कि घरों के मलबे के नीचे अभी भी कई लोग फंसे हो सकते हैं. जिसके चलते मरने वालों की संख्या में बढ़ोतरी होने की संभावना है.
नेपाल में आए भूकंप में लोगों की मौत पर प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड ने दुख जताया. नेपाल के पीएमओ ने ट्वीट किया, प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ने शुक्रवार रात 11.47 बजे जाजरकोट के रामीडांडा में आए भूकंप से हुई मानवीय और घरों की क्षति पर गहरा दुख व्यक्त किया है. घायलों के तत्काल बचाव और राहत के लिए सभी तीन सुरक्षा एजेंसियों को लगाया गया है.
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