रायगढ़ 1 नवंबर । शहर के बाजार में सब्जियां महंगी हो गई हैं। अब लोगों की रसोई का बजट बिगाड़ रहा है। प्याज महीनेभर में दो गुना से ज्यादा महंगा हो गया है, वहीं हरी सब्जियां और टमाटर के भाव भी 30 फीसदी तक बढ़ गए हैं।
धान कटाई शुरू होने और चुनावी रैलियों में व्यस्त होने के कारण मजदूर कम मिल रहे हैं। इससे सब्जियां का उत्पादन और आवक दोनों कम हुई है। इसके असर से सब्जियां महंगी हुई हैं। प्याज के थोक व्यापारियों के मुताबिक सस्ती प्याज के लिए अभी महीने भर इंतजार करना पड़ेगा। वहीं, सब्जी उत्पादक किसानों का मानना है कि दिसंबर में सब्जी के भाव कम हो सकते हैं।
तीन महीने पहले टमाटर के भाव 200 रुपए किलो तक जा पहुंचे थे। टमाटर लोगों की पहुंच में आया तो अब प्याज ने आंसू निकालना शुरू कर दिया। लगभग महीनेभर पहले 30 रुपये तक बिकने वाला प्याज 10 दिन पहले 60 रुपये तक पहुंचा अब भाव 70 रुपये पर है। अभी भाव और बढ़ सकते हैं। शहर के बाजारों में अधिकांश सब्जियों के दाम बढ़े हुए हैं। शिमला मिर्च 80 रुपये, फूल गोभी 60 रुपये, भिंडी 40, बरबटी 60 और टमाटर 40 रुपये किलो के भाव से बिक रहा है।
नासिक से ही महंगा आ रहा शहर में प्याज के थोक कारोबारी रूपचंद लालवानी ने बताया कि महाराष्ट्र में प्याज कुछ महीनों पहले 17-18 रुपये के भाव से बिक रहा था। वहां किसानों ने आंदोलन किया, नुकसान की बात कही तो सरकारी एजेंसी नाफेड ने 24 रुपये 10 पैसे के भाव से प्याज खरीदा। वहां सरकारी गोदामों में प्याज का स्टाक पड़ा है। महाराष्ट्र सरकार की मर्जी होगी तो प्याज बाजार में आएगा। हालांकि सप्लाई कम नहीं हुई है। मौसम चक्र में परिवर्तन के कारण उत्पादन भी थोड़ा कम हुआ है। इससे नासिक के बाजारों में ही प्याज महंगा है।
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