पूर्णिया। साइबर ठगों ने कर्नाटक के दो सौ बैंक खातों से करीब दो करोड़ रुपये की निकासी कर ली। मामले का पता तब चला जब बंगलुरु से आई साइबर पुलिस की सूचना पर बिहार की पूर्णिया पुलिस ने छापेमारी कर तीन साइबर ठगों को गिरफ्तार किया। इसमें दो अररिया व एक सुपौल जिले का रहने वाला है। पुलिस तीनों को बंगलुरु ले गई है।
बैंक खाते से रकम उड़ाए जाने को लेकर कर्नाटक में दो माह के दौरान सौ से अधिक मामले दर्ज कराए गए हैं। पुलिस जांच में पता चला कि गिरोह का सरगना अररिया जिले के विवेक विश्वास ने दिल्ली में ढाई लाख रुपये खर्च कर साइबर ठगी का प्रशिक्षण लिया था। इसके बाद अररिया के ही मदन कुमार को प्रशिक्षित किया। फिर दोनों ने सुपौल के नया टोला कर्णपुर निवासी दीपक कुमार के सहयोग से कर्नाटक के दो सौ बैंक खातों से दो करोड़ की राशि उड़ा ली। विवेक साइबर ठगी के लिए फर्जी वेबसाइट भी बना रहा था। बीसीए डिग्रीधारी विवेक ने कोसी सीमांचल में साइबर ठगों का गिरोह बना लिया था।
उसने ठगी के लिए कनार्टक को चुना, ताकि वहां जमीन की खरीद बिक्री के आनलाइन दस्तावेज उपलब्ध हो सके। विवेक के पास से बरामद लैपटाप से पुलिस को कर्नाटक में जमीन की खरीद बिक्री के हजारों दस्तावेज मिले हैं। तीनों साइबर ठग सहायक खजांची थाना क्षेत्र में एक किराए का मकान लेकर रहते थे। विवेक हर दिन औसतन 40 से 50 दस्तावेज अपलोड करता था।
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