KORBA :शिक्षा विभाग में लंबे समय से जमे हैं अधिकारी, जांच में निर्वाचन अधिकारी को किया गुमराह

कोरबा,29 अक्टूबर I शिक्षा विभाग में कई ऐसे अधिकारी हैं, जो लंबे समय से एक ही पद व स्थान पर जमे हुए हैं। उन्हें बचाने के प्रयास में निर्वाचन अधिकारी को ही गुमराह करने का प्रयास किया जा रहा है। जिससे विधान सभा चुनाव के पारदर्शिता और निष्पक्ष ढंग से संपन्न होने पर सवालिया निशान लग रहा है। मामले की शिकायत राज्य निर्वाचन आयोग तक पहुंच गई है।

लोक जनशक्ति पार्टी (रा) के जिलाध्यक्ष राज कुमार दुबे ने राज्य निर्वाचन आयोग में शिकायत कर कारवाई की मांग की है। उनका कहना है कि जिले में निर्वाचन प्रक्रिया कुछ विशेष राजनीतिक पार्टी के इशारे पर काम कर रही है। विगत कई सालों से शिक्षा विभाग में कुछ अधिकारी व कर्मचारी जमे हुए हैं, जिसकी शिकायत कई बार जिला निर्वाचन अधिकारी से किया जा चुका है, लेकिन जांच अधिकारी व जिला शिक्षा अधिकारी गोल मोल जवाब प्रस्तुत कर एक ही पद व स्थान पर जमे अधिकारी व कर्मचारियों को संरक्षण दे रहे है। जिससे निष्पक्ष व पारदर्शी पूर्ण चुनाव संपन्न होने की संभावना नजर नहीं आ रही। कहीं ना कहीं शिकायतों की जांच करने वाले अधिकारी जिला निर्वाचन अधिकारी व कलेक्टर कोरबा को गुमराह कर रहे हैं।

ऐसा प्रतीत हो रहा है कि कई सालों से जमे विकास खण्ड शिक्षा अधिकारियो को जिला शिक्षा अधिकारी संरक्षण दे रहे हैं। तमाम शिकायत एवं आरोप के बाद भी अधिकारी व कर्मचारी का एक ही जगह जमे रहना भी कहीं ना कहीं निर्वाचन प्रक्रिया पर सवाल खड़ा करता है। उनकी शिकायत के निराकरण के नाम पर षडयंत्र पूर्वक कुछ अधिकारी व कर्मचारी तथ्य विहीन कंडिका लिखकर आदर्श आचार संहिता को ताक पर रख अफसरों को बचाने का कार्य किए हैं। श्री दुबे ने पारदर्शी व निष्पक्ष पूर्ण कार्यवाही न होने से व्यथित होकर राज्य निर्वाचन अधिकारी श्रीमती रीना बाबा साहब कंगाले के कार्यालय में लिखित शिकायत प्रमाण सहित पेश करने की बात कही है। उनका कहना है कि यदि तत्काल कोई उचित कार्रवाई नहीं की गई तो मामले की शिकायत राष्ट्रीय निर्वाचन आयोग भारत सरकार से भी की जाएगी।

पार्टी विशेष को पहुंचाया जा सकता है फायदा

लोक जनशक्ति पार्टी (रा) के जिलाध्यक्ष राज कुमार दुबे का कहना है कि कोरबा व करतला विकास खंड शिक्षा अधिकारी लंबे समय से जमे हुए है। उनके अधीनस्थ सैकड़ों शिक्षक स्कूलों में अध्यापन कराते है, जिनकी ड्यूटी चुनाव में लगाई गई है। ऐसा प्रतीत होता है, कि कहीं ना कहीं इन्हीं विकासखंड शिक्षा अधिकारियों के भरोसे कुछ विशेष पार्टी व राजनेता के पक्ष में मतदान को संपन्न कराने की तैयारी चल रही है।