मुंबई I नवरात्रि हो और उसमें फाल्गुनी पाठक अपनी आवाज से समां ना बाधें यह कैसे मुमकिन हो सकता है। मुंबई में हालिया आयोजित डांडिया क्वीन की ‘गरबा नाइट’ का हिस्सा बनने के लिए फैंस काफी उत्साहित नजर आए। हालांकि, कार्यक्रम से जुड़ा एक धोखाधड़ी का मामला भी संज्ञान में आया। दरअसल, गरबा नाइट के पास की कीमत 4500 रुपये थी। ठगों ने मिलकर इसका फायदा उठाने की ठानी और सस्ते पास का लालच देकर 156 युवकों को शिकार बनाया। वहीं, इस मामले की जांच कर रही मुंबई पुलिस को बड़ी सफलता हासिल हुई है। ठगी के चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
सस्ते पास की लालच ने दिया धोखाधड़ी को अंजाम
डांडिया क्वीन फाल्गुनी पाठक की ‘गरबा नाइट’ के पास के लिए फैंस के बीच होड़ मची हुई थी। इसी बीच बोरीवली (पश्चिम) से अपनी पहचान विशाल शाह बताने वाले शख्स ने एक युवक से खुद को कार्यक्रम का आधिकारिक विक्रेता बताया। साथ ही उसे 4,500 रुपये का पास 3,300 रुपये में दिलाने की लालच दी। युवक समेत उसके दोस्त भी पास खरीदने को तैयार हो गए। इसके बाद उन्होंने अपने अन्य दोस्तों को भी पास खरीदने के लिए मनाया, जिससे पास खरीदने वालों की टोटल संख्या 156 हो गई। हालांकि, ठग ने पैसे भी ले लिए और युवकों को पास नहीं दिया। ठगी का एहसास होने के बाद युवकों ने मिलकर पुलिस को अपनी आपबीती सुनाई। मामले में पुलिस ने आईपीसी की धारा 406, 420 और 34 के तहत एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी। इसी में अब पुलिस को बड़ी सफलता हासिल हुई है।
मामले में चार आरोपी गिरफ्तार
मुंबई की एमएचबी पुलिस ने फाल्गुनी पाठक की ‘गरबा नाइट’ के लिए पास खरीदने की कोशिश कर रहे 156 लोगों के साथ धोखाधड़ी के मामले में 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही ठगों के पास से एक कार, 91 हजार नकद और एक मोबाइल फोन भी जब्त किया है। मुंबई जोन 11 के डीसीपी अजय बंसल ने कहा, ‘हमें 12 अक्तूबर को एक शिकायत मिली। गरबा नाइट के लिए पास के नाम पर करीब 160 लोगों से पांच लाख रुपये की ठगी की गई। मामले में हमनें चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
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डांडिया क्वीन फाल्गुनी पाठक का करियर
12 मार्च को 1964 को मुंबई में जन्मीं फाल्गुनी पाठक ने महज 9 साल की उम्र में पहला स्टेज शो किया था। वर्ष 1987 में अपने करियर की शुरुआत करने वालीं फाल्गुनी का पहला एल्बम 1998 में रिलीज हुआ था। पहला एल्बम ही इतना सफल रहा कि उन्हें पीछे मुड़कर देखने की जरूरत नहीं पड़ी। गुजराती कम्युनिटी में फेमस फाल्गुनी की डिमांड अक्सर रहती है, लेकिन नवरात्रि के शुभ दिनों में डांडिया क्वीन की डिमांड और ज्यादा बढ़ जाती है।
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