महाराष्ट्र के पुणे में 27 साल के लंबे अंतराल के बाद वर्ल्ड कप की वापसी हुई है। भारत और बांग्लादेश के बीच वर्ल्ड कप 2023 का 17वां मैच पुणे के एमसीए स्टेडियम में खेला जा रहा है। यहां दर्शकों के बीच उत्साह देखते ही बन रहा है। देशभर से लोग मुकाबला देखने स्टेडियम पहुंचे हैं। पुणे में बांग्लादेश को सपोर्ट करने भी कई दर्शक पहुंचे। हर क्रिकेट फैन को अपनी टीम के जीतने की उम्मीद है। पुणे में पुलिस ने सुरक्षा का अच्छी तरह इंतजाम किया हुआ है ताकि फैंस को किसी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। बता दें कि पुणे ने इससे पहले दो वर्ल्ड कप मैचों की मेजबानी की है। दोनों मुकाबले नेहरू स्टेडियम पर खेले गए थे। एमसीए स्टेडियम पहली बार वर्ल्ड कप मैच की मेजबानी कर रहा है।
दो मैचों की मेजबानी की
1987 और 1996 वर्ल्ड कप में पुणे को मेजबानी का सौभाग्य प्राप्त हुआ था। 1987 वर्ल्ड कप में इंग्लैंड और केन्या के बीच भिड़ंत हुई थी। तब इंग्लैंड ने केन्या को आठ विकेट से मात दी थी। ग्राहम गूच ने 79 गेंदों में 61 रन की मैच विजयी पारी खेली और प्लेयर ऑफ द मैच का अवॉर्ड हासिल किया। इंग्लैंड ने इस मैच में 219 रन के लक्ष्य का पीछा किया था।
वेस्टइंडीज हुई उलटफेर का शिकार
पुणे के नेहरू स्टेडियम ने 1996 वर्ल्ड कप में वेस्टइंडीज और केन्या के बीच मैच की मेजबानी की थी। इस मुकाबले में वेस्टइंडीज की टीम उलटफेर का शिकार हुई थी। केन्या ने वेस्टइंडीज के सामने 167 रन का लक्ष्य रखा था, जिसका पीछा करते हुए कैरेबियाई टीम महज 93 रन पर ऑलआउट हुई थी। मॉरिस ओडुंबे को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया था, जिन्होंने शिवनारायण चंद्रपॉल, जिमी एडम्स और रोजर हार्पर के महत्वपूर्ण विकेट लिए थे। रजब अली ने भी तीन विकेट चटकाकर ओडुंबे का अच्छा साथ निभाया था।
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