रायपुर, 07 अक्टूबर । राज्य में कुक्कुट पालन को प्रोत्साहित करने छत्तीसगढ़ कुक्कुट पालन प्रोत्साहन योजना प्रारंभ की गई है। पशुधन विकास विभाग द्वारा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा 15 अगस्त को इस नवीन योजना को शुरू करने की घोषणा के परिपालन में 1 करोड़ रूपए आकस्मिकता निधि से अग्रिम स्वीकृति दी गई है। योजना के अंतर्गत कुक्कुट पालन शुरू करने वाले उद्यमियों को स्ववित्तीय अथवा बैंक ऋण से व्यवसायिक इकाई स्थापित पर 5 वर्ष के लिए स्थायी पूंजी निवेश अनुदान प्रदान किया जाएगा।
पशुधन विकास विभाग से मिली जानकारी के अनुसार राज्य में रोजगार और स्वरोजगार के नए अवसर प्रदान करने के लिए शुरू की गई इस योजना में विकसित और विकासशील विकासखण्डों में कुक्कुट पालन इकाईयों की स्थापना के लिए 25 से 40 प्रतिशत तक पूंजी निवेश अनुदान दिया जाएगा। अधिकारियों ने बताया कि ब्रायलर, देशी कुक्कुट और रंगीन कुक्कुट इकाईयों की स्थापना के लिए अ श्रेणी क्षेत्र में सामान्य श्रेणी के हितग्राही को 25 प्रतिशत तथा अनूसुचित जाति एवं अनूसुचित जनजाति और ईडब्लूएस के हितग्राही हेतु स्थायी पूंजी निवेश पर 30 प्रतिशत का अनुदान दिया जाएगा। इसी तरह ब श्रेणी क्षेत्र के सामान्य हितग्राही को 35 प्रतिशत और अनूसुचित जाति एवं अनूसुचित जनजाति और ईडब्लूएस के हितग्राही हेतु स्थायी पूंजी निवेश पर 40 प्रतिशत का अनुदान दिया जाएगा।
इसी प्रकार कुक्कुट लेयर और पेरेंट कुक्कुट इकाई के लिए अ श्रेणी क्षेत्र में सामान्य श्रेणी के हितग्राही को 25 प्रतिशत तथा अनूसुचित जाति एवं अनूसुचित जनजाति और ईडब्लूएस के हितग्राही हेतु स्थायी पूंजी निवेश पर 30 प्रतिशत का अनुदान दिया जाएगा। इसी तरह ब श्रेणी क्षेत्र के सामान्य हितग्राही को 35 प्रतिशत और अनूसुचित जाति एवं अनूसुचित जनजाति और ईडब्लूएस के हितग्राही हेतु स्थायी पूंजी निवेश पर 40 प्रतिशत का अनुदान दिया जाएगा।
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