जशपुर, 20 सितम्बर I जिले के बालाझार में दर्द से कराह रही गर्भवती महिला को कांवड़ पर बिठाकर परिजन 6 किलोमीटर तक चले। अस्पताल पहुंचने से पहले ही रास्ते में महिला का प्रसव हो गया। एंबुलेंस सुविधा नहीं मिलने के कारण महिला को परेशानियों का सामना करना पड़ा। विकास नहीं होने के कारण इलाके में समस्याएं बनी हुई है।
मिली जानकारी के मुताबिक़ ग्राम पंचायत बालाझर के नागरपखना से कूड़ापानी जाने के लिए पुल नहीं है, जिसके कारण लोगों को बड़ी परेशानी से जूझना पड़ रहा है। यहां के ग्रामवासी एंबुलेंस नहीं बुला सकते। गंभीर बीमारी होने पर भी सरकारी एंबुलेंस सुविधा गांव पहुंचने से पहले दम तोड़ देती है।
जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ
रास्ते में हुए प्रसव में जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ हैं और अस्पताल में भर्ती हैं। जशपुर जिले में दूर दराज के कई ऐसे गांव हैं, जो बरसात के दिनों में अन्य गांवों से पूरी तरह कट जाते हैं। गांव से बाहर आने-जाने वाले रास्तों के बीच पड़ने वाले नदी-नदी नाले सबसे अधिक बाधक बनते हैं।
गंभीर हालातों से जूझ रहे ग्रामीण
रपटा पुल नहीं बनने के कारण कई बार गंभीर हालात बन जाते हैं। ये पहली तस्वीर नहीं है, जब किसी गर्भवती महिला या फिर किसी मरीज को कांवड़ में न ले जाना पड़ा हो। इसके पहले भी कई मर्तबा इस तरह की तस्वीरें सामने आ चुकी हैं, लेकिन जिम्मेदार ध्यान नहीं दे रहे हैं।
पत्थलगांव BMO डॉ. जेम्स मिंज गांव से बाहर जाने के लिए यही एक रास्ता है। यदि किसी की तबियत बिगड़ जाए तो दूसरी ओर जाने के लिए परेशानी हो जाती है। खाट या दूसरी व्यवस्था कर उफनते नाले को पार करना पड़ता है।
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