कोरबा में विघ्नहर्ता श्री गणेश के अलग-अलग पंडालों में आरती का आकर्षण का केंद्र बना

कोरबा। मंगलवार को शुभ मुहुर्त में विधि-विधान के साथ पूजा-अर्चना करते हुए भगवान गणेश एवं रिद्धि-सिद्धि को विराजित किया गया। जिले के शहर से लेकर उप नगरीय और ग्रामीण अंचलों सहित गली-मोहल्लों में गणेशोत्सव की धूम शुरू हो गई है। घरों और प्रतिष्ठानों में भी यथासंभव श्री गणेश की मूर्ति स्थापित कर पूजा-अर्चना किया जा रहा है। छोटे-बड़े पंडालों में कई तरह की सजावटों के बीच श्री गणेश भक्तों को दर्शन दे रहे हैं। जिले के अलग-अलग स्थानों में विभिन्न गणेशोत्सव समितियों के द्वारा आकर्षक और मनोहारी मूर्तियां स्थापित की गई है। शहर के मध्य पॉवर हाऊस रोड में विनायक गणेश उत्सव समिति के द्वारा तिरूपति बालाजी मंदिर की तर्ज पर निर्मित कराए गए विशाल पंडाल में वेंकटेश्वर गणेश भक्तों को दर्शन दे रहे हैं। दक्षिण भारत की मूर्ति शैली की तर्ज पर ही रिद्धि व सिद्धि उनके अगल-बगल विराजित किए गए हैं। इसी तरह सीतामणी महात्मा गांधी मार्ग, तुलसी मार्ग, रानी रोड, पुरानी बस्ती, अग्रसेन चौक, टीपी नगर, बुधवारी, निहारिका, कोसाबाड़ी, एमपी नगर, शिवाजी नगर से लेकर बालको, एनटीपीसी, एसईसीएल, सीएसईबी के कालोनी क्षेत्रों व आम स्थलों पर भी गणेशोत्सव प्रारंभ हुआ। उप नगरीय क्षेत्रों में कटघोरा का राजा की ख्याति जिले ही नहीं बल्कि आसपास के क्षेत्रों में भी सुनाई पड़ रही है। यहां अयोध्या के राम मंदिर की तर्ज पर 107 फीट ऊंचे एवं विशाल पंडाल में वे भक्तों को दर्शन दे रहे हैं।


0 बाघम्बर पहने गणेश में शिव का स्वरूप,अलग-अलग आरती का आकर्षण

इतवारी बाजार-रानी रोड मार्ग में चित्रा मल्टीप्लेक्स के निकट श्री सिद्धिविनायक ग्रुप के द्वारा लगातार पांचवें वर्ष आयोजन किया जा रहा है। भव्य लाइटिंग की जगमगाहट देखते ही बन रही है व शेषनाग की प्रतिकृति रोमांचित कर रही है। यहां बाघम्बर पहने गणेश जी की मूर्ति में भगवान शिव के भी स्वरूप का आभास हो रहा है। समिति के प्रमुख वैभव शर्मा ने बताया कि यहां अलग-अलग दिनों में भगवान की अलग-अलग आरती सुबह 7 बजे एवं शाम को 7 बजे प्रतिदिन की जाएगी। 20 सितंबर को आतिशबाजी के साथ भव्य गंगा आरती, 21 सितंबर को धूप-दीप आरती, 22 सितंबर को 56 भोग आरती, 23 सितंबर को वृद्धाश्रम के बुजुर्गों की आरती, 24 सितंबर को अर्धनारेश्वर किन्नरों की आरती, 25 सितंबर को श्री महाकाल गौरीशंकर आरती, 26 सितंबर को फूल-गुलाल की आरती एवं 27 सितंबर को दिव्य विसर्जन आरती होगी।