CG News :TB मुक्त पंचायत पर जिला स्तरीय प्रशिक्षण सम्पन्न

कोण्डागांव,19 सितम्बर I जिला पंचायत कोण्डागांव के सभा कक्ष में जिला स्तरीय टीबी मुक्त पंचायत पहल पर एक दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। इस प्रशिक्षण शिविर में जिला स्तर से पंचायत विभाग से जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी प्रेम प्रकाश शर्मा एवं जनपद से मुख्य कार्यपालन अधिकारी तथा स्वास्थ्य विभाग से मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ0 आर के सिंह, जिला क्षय नियंत्रण अधिकारी जिला कार्यक्रम प्रबंधक, खण्ड चिकित्सा अधिकारी, खण्ड कार्यक्रम प्रबंधक, जिला मितानिन समन्वयक एवं महिला बाल विकास विभाग से परियोजना अधिकारी एवं स्कूल शिक्षा विभाग से अधिकारी एवं कर्मचारियों एवं पीरामल फाउंडेशन टीम, समस्त टी.बी.स्टॉफ उपस्थित रहे।

प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य कोंडागांव जिले की 383 ग्राम पंचायतों को टीबी मुक्त करने के लिए राज्य स्तर से डब्लूएचओ कंसल्टेंट्स डॉ0 मनीष मसीह के द्वारा टीबी मुक्त पंचायत के लिए योजनाबद्ध तरीके से कार्य योजना बनाने पर चर्चा किया गया और वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त भारत का लक्ष्य हासिल करने के लिए तमाम विभाग एक साथ जुटेंगे। सीएमएचओ ने बताया कि टीबी मुक्त भारत की शुरूआत सबसे छोटी इकाई ग्राम पंचायत से होगी। टीबी मुक्त ग्राम पंचायत का लक्ष्य हासिल करने के लिए पंचायत विभाग की सालाना कार्य योजना ग्राम प्रधान डेवलपमेंट प्रोग्राम (जीपीडीपी) को अमली जामा पहनाने के लिए पंचायत विभाग की ओर से स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से प्रत्येक ग्राम पंचायत प्रतिनिधियों को तकनीकी प्रशिक्षण दिया जाना है।

इसी अवधारणा से उप स्वास्थ्य केन्द्र एवं ग्रामीण स्तर पर कार्यरत स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा आयुष्मान भारत हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर एवं ग्राम पंचायतों के सहयोग से टीबी उन्मूलन की दिशा में प्रयास किये जा रहे हैं। अब  राज्य शासन की ष्टीबी मुक्त पंचायतष् पहल के तहत पंचायतों को टीबी मुक्त घोषित करने के लिए प्रयासरत हैं। इस कार्यक्रम का उद्देश्य समुदाय को सशक्त करना है। जिससे कि वह टीबी संबंधित परेशानियों की भयावहता और समाधान को पहचाने और उचित संसाधनों का प्रयोग करते हुए टीबी के बढ़ते दबाव को कम कर सकें और सभी मरीजों में पुनरावृत्ति होने से रोकें।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि ग्राम पंचायत स्तर पर टीबी मुक्त घोषित करने के लिए पंचायत विकास योजना में टीबी उन्मूलन कार्यक्रम संबंधित गतिविधियों को शामिल करना तथा समुदाय को टीबी के लक्षणों जांच एवं उपचार की निरूशुल्क व्यवस्था शासन द्वारा टीबी रोगियों तथा ट्रीटमेंट सपोर्टर को दिए जाने वाले लाभों की जानकारी देना है। साथ ही जन आरोग्य समिति ग्राम स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण समिति की बैठकों में श्टीबी मुक्त पंचायतश् घोषित करने की शर्तों संकेत पर प्रगति की समीक्षा एवं कठिनाइयों का समाधान करने का प्रयास करना है। जिला रेडकास सोसायटी कोण्डागांव के सहयोग से निक्षय मित्र बनाने की प्रक्रिया की जा रही है जिसके तहत 3600 रूपये प्रति व्यक्ति द्वारा सहयोग किया जा रहा है। टीबी रोगियों को फूड बास्केट देने के लिए प्रेरित कर निक्षय मित्रों की संख्या में वृद्धि करना है। जिले से कुछ निक्षय मित्रों एवं टी.बी. मितान (चौम्पीनियन) को जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के द्वारा सम्मानित किया गया है।

टीबी मुक्त पंचायत हेतु जिला ब्लाक तथा ग्राम पंचायत स्तर पर प्रशिक्षण दिया जा रहा है। नोडल एवं जिला क्षय अधिकारी डॉ0 दिव्या तिवारी ने बताया कि पंचायतों को टीबी मुक्त घोषित करने के लिए लक्ष्य निर्धारित है। प्रत्येक एक हजार की जनसंख्या में 30 संभावित टीबी रोगियों की खखार जांच होना चाहिए तथा टीबी मरीजों की संख्या एक या एक से कम होना चाहिए। यदि टीबी के धनात्मक केस मिलते हैं तो उन्हें डॉट्स की प्रापर ट्रीटमेंट किया जाना है तथा समाज के सक्षम लोगों को निक्षय मित्र बनाकर उनसे जोड़ना है जो उन मरीजों का फूड सप्लिमेंट जैसे सोयाबीन बड़ी, अण्डा, दुध पावउडर, फल्ली दाना आदि पैकेट बनाकर दे सके। टीबी मुक्त पंचायतों के लिए भेजे गए दावों का सत्यापन जिला स्तरीय टीम द्वारा संकेतकों के आधार पर किया जायेगा। जिले की टीम द्वारा साल के प्रथम तिमाही में सत्यापन की प्रक्रिया शुरू कर मार्च के प्रथम सप्ताह तक पूरा कर लिया जायेगा तथा विश्व टीबी दिवस 24 मार्च को जिला पदाधिकारी द्वारा योग्य ग्राम पंचायतों को एक वर्ष की वैद्यता के साथ टीबी मुक्त पंचायत पुरस्कार दिया जायेगा।

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