निपाह वायरस : केरल में निपाह का कोई नया केस नहीं, पर 1233 लोगों पर निगरानी, इनमें 352 अति-जोखिम वाली श्रेणी में

कोझिकोड I केरल में निपाह वायरस का बढ़ता संक्रमण स्वास्थ्य विशेषज्ञों के लिए गंभीर चिंता का कारण बना हुआ है। अब तक यहां छह लोगों में संक्रमण की पुष्टि की जा चुकी है। इस बीच, राज्य के लिए राहत भरी खबर आई है। सोमवार को सरकार ने बताया कि फिलहाल राज्य में स्थिति नियंत्रण में है। राज्य में लगातार तीसरे दिन कोई भी नया रोगी नहीं मिला है।

राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा कि यह राज्य के लिए एक बड़ी राहत है कि वायरस का कोई नया सकारात्मक मामला सामने नहीं आया है। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है। उन्होंने बताया कि नौ वर्षीय बच्चे की हालत में सुधार हो रहा है। बच्चे को वेंटिलेटर से हटाकर ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया है। उन्होंने यह भी बताया कि चमगादड़ों में वायरस की मौजूदगी का पता लगाने के लिए 36 चमगादड़ों के नमूने लिए गए हैं और पुणे में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (एनआईवी) को भेजे गए हैं।

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि अब तक 1,233 संपर्कों का पता लगाया गया है। उनमें से 352 उच्च जोखिम वाली श्रेणी में हैं। वहीं, स्थिति का जायजा लेने के लिए निपाह एहतियात के तौर पर 36,167 घरों का दौरा पूरा कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य कर्मियों ने उन स्थानों पर रोकथाम की गतिविधियां तेज कर दी हैं जहां निपाह वायरस की पुष्टि हुई है।

अब तक इतने मामले आए

बता दें कि राज्य में निपाह संक्रमण के कुल मामलों की संख्या छह है, जिनमें से दो लोगों की मौत हो चुकी है और चार लोगों का इलाज किया जा रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन और आईसीएमआर के अध्ययन में पाया गया है कि सिर्फ कोझिकोड ही नहीं बल्कि पूरा राज्य इस तरह के संक्रमण से ग्रस्त है। राज्य में बिगड़ते हालात को देखते हुए पड़ोसी राज्यों में को भी अलर्ट कर दिया गया है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने सभी से अपील की है कि प्रभावित क्षेत्रों में फिलहाल अनावश्यक यात्रा  करने से बचें और इस वायरल संक्रमण से बचाव के लिए प्रयास करते रहें।

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