सेहत: ज्यादा विटामिन-डी भी है सेहत के लिए नुकसानदेह

अगर आप नर्व्स और दिमागी समस्याओं से बचे रहना चाहते हैं तो आपको अपनी डाइट में विटामिन डी को जरूर शामिल करना चाहिए। दरअसल, ये विटामिन असल में हमारे शरीर के अंदर मैसेजिंग सिस्टम को बेहतर बनाने में मदद करता है। इसे ऐसे समझें कि आपका ब्रेन क्या मैसेज देता है और शरीर तक ये मैसेज कैसे पहुंचता है, ये सभी गतिविधियां विटामिन डी से जुड़ा हुआ है। इसके अलावा आपका हार्मोनल हेल्थ और आपकी नींद भी विटामिन डी से जुड़ी हुआ है। लेकिन, जिस तरह से विटामिन डी की कमी शरीर के लिए सही नहीं है उसी तरह से विटामिन डी की अधिकता भी शरीर के लिए सही नहीं है। तो, जानते हैं विटामिन डी के अधिकता के लक्षण।

शरीर में विटामिन डी ज्यादा होने के लक्षण

हाइपरकैल्शिया
विटामिन डी जब शरीर में ज्यादा हो जाती है तो इसे हाइपरविटामिनोसिस डी भी कहा जाता है। ये एक दुर्लभ लेकिन संभावित गंभीर स्थिति है जो तब होती है जब आपके शरीर में विटामिन डी की अत्यधिक मात्रा होती है। इससे खून के अंदर कैल्शियम जमा होने लगता है जिससे हाइपरकैल्शिया की स्थिति पैदा होती है। ये स्थिति आपके दिल की सेहत और ब्लड सर्कुलेशन के लिए नुकसानदेह हो सकती है।

उल्टी और कमजोरी
शरीर में अगर विटामिन डी की मात्रा ज्यादा होती है तो इससे आपको उल्टी हो सकती है या फिर आपको कमजोरी आ सकती है। दरअसल, विटामिन जी आपके पाचन क्रिया को प्रभावित करता है और इससे पाचन गति भी प्रभावित होती है। इससे आपको बार-बार मतली महसूस हो सकती है, उल्टी हो सकती है और आप कमजोरी के भी शिकार हो सकते हैं।

हड्डियों में दर्द और किडनी से जुड़ी समस्याएं
शरीर में विटामिन डी ज्यादा होने से आपकी हड्डियों में तेज दर्द हो सकता है। ये इसलिए कि जब कैल्शियम आपके खून में जमा होने लगता है तो हड्डियों पर इसका घनत्व कम हो जाता है। इसके अलावा ब्लड सर्कुलेशन भी प्रभावित रहता है। जिससे आप हड्डियों में तेज दर्द हो सकता है। साथ ही ये किडनी के फिल्ट्रेशन को भी प्रभावित कर सकता है।