कोरबा, 12 सितम्बर I जिले के कुसमुंडा खदान में बीते सोमवार को शुरू हुआ आंदोलन आज लगभग २४ घंटे के बाद प्रबंधन के हस्ताक्षेप के बाद समाप्त हुआ। बीते रविवार की सुबह लगभग 10 बजे कुसमुंडा महाप्रबंधक कार्यालय के सामने से बड़ी संख्या में शुरू होकर कुसमुंडा थाना चौक पंहुचे, जहां कुसमुंडा खदान से निकलने वाली भारी वाहनों को रोकते हुए सड़क पर ही बैठ गए। सड़क पर ही दोपहर और रात का खाना बनाया गया है और शायद कुसमुंडा के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ होगा की बड़ी संख्या में आंदोलनकारी जिसमें अधिकांश महिलाएं थी, जो पूरी रात सड़कों पर खुले आसमान के नीचे ही डटे रहे,
अगली सुबह आज मंगलवार को कुछ लोगों को थाना चौक पर ही छोड़कर कुसमुंडा खदान अंदर प्रवेश किए और साइलो का काम रोकते हुए सभी सतर्कता चौक पर कोल डिस्पेच रोकते हुए बैठ गए। इधर आंदोलन की वजह से कुसमुंडा खदान अंदर के साथ साथ बाहर कई किलोमीटर तक भारी वाहनों की कतार लग गई। खदान के बाहर ट्रेफिक व्यवस्था को सम्हलाना मुश्किल हो गया था। जिसके बाद दर्री तहसीलदार भारत सिंह और कुसमुंडा थाना प्रभारी कृष्ण कुमार की की अगुवाई में आंदोलनकारियों और प्रबंधन के साथ एक त्रिपक्षीय वार्ता शुरू हुई जिसमें प्रबंधन के द्वारा कहा गया की आगामी 21 सितम्बर 2023 को बिलासपुर सीएमडी स्तर के अधिकारियों के साथ होगी बैठक होगी जिसमें भूविस्थापितों की मांगों पर चर्चा की जावेगी। इसी आश्वासन के बाद आज लगभग ३:३० बजे आंदोलन समाप्त हुआ I
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