कोरबा, 10 सितंबर। एसईसीएल का पंप हाउस कॉलोनी संवेदनशील हो गया है। यहां युवाओं में शराब और गांजे का नशा सिर चढ़कर बोल रहा है। अधिकांश नाबालिग भी इसकी चपेट में आ चुके हैं। इन लोगों ने कॉलोनी के अंदर एक स्थान पर डेरा बना लिया है। ऐसे में कॉलोनी में रहने वाले लोग अपने को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। यहां तक की विरोध करने पर धमकी देने से भी नहीं चूक रहे हैं। ऐसा प्रतीत हो रहा है कि कॉलोनी क्षेत्र में कभी भी बड़ी घटना घट सकती है।
बताया जा रहा है कि एसईसीएल पंप हाउस कॉलोनी क्वार्टर नंबर एम 311 और एम 12 के पीछे शराब और गांजे का नशा करने वालों का जमावड़ा लगा रहता है। इनमें युवाओं के साथ नाबालिग भी गांजे के कश लगाते रहते हैं। यहां नशा करने वालों की संख्या दिन ब दिन बढ़ती जा रही है। कॉलोनी में रहने वाले लोगों ने विरोध भी शुरू कर दिया है, लेकिन इसका असर नशा करने वालों पर नहीं पड़ रहा है। नशा करने के बाद ये किसी की नहीं सुनते। यहां तक की जान से मारने तक की धमकी दे रहे हैं। उनका कहना है कि हमारा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता।
कॉलोनी के पिछले हिस्से में एक बरगद का पेड़ है। पेड़ की छांव को वातानुकूलित मानकर गजेड़ी किस्म के युवक और नाबालिग यहां डटे रहते हैं। बरगद के नीचे ही शराब की खाली बोतलें भी मिली हैं। ज्ञात हो कि पंप हाउस के इस कॉलोनी क्षेत्र में ही एक युवती की हत्या भी हो चुकी है। चोरी की कई वारदातें हो चुकी हैं।
इन संवेदनशील घटनाओं से अंदाजा लगाया जा सकता है कि कॉलोनी क्षेत्र कितना संवेदनशील हैं। परिवार का मुखिया ड्यूटी पर चला जाता है। कॉलोनी क्षेत्र में इस तरह की गतिविधियां होने से परिवार के सदस्य अपने को असुरक्षित महसूस करते हैं। यदि शीघ्र ही इस ओर ध्यान नहीं दिया गया तो आने वाले समय में बड़ी घटना से इंकार नहीं किया जा सकता। पुलिस व प्रशासन को इस ओर ध्यान देने की आवश्यकता है।
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