गरियाबंद,09 सितम्बर । छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (बिहान) के अंतर्गत दूरस्थ क्षेत्रों में बैंकिंग सेवाएं प्रदान करने वाली प्रदेश की बीसी सखियों को विगत दिवस सम्मानित किया गया। उक्त कार्यक्रम में मैनपुर विकासखंड के धुरवागुडी पंचायत की श्रीमती खेमेश्वरी तिवारी को भी दूरस्थ क्षेत्रों में बैंकिंग सेवाएं प्रदान करने और स्थानीय लोगों को बैंकिंग सेवाएं प्रदान करने के लिए सर्वाधिक लेन देन करने के मामले में डिजिटल मड़ई में पुरस्कृत किया गया।
खेमेश्वरी तिवारी बैंक सखी के रूप में कार्य करते हुए 22 लाख रुपए से अधिक की राशि मासिक औसत लेन देन की है। इसके माध्यम से वह दूरस्थ क्षेत्रों के गावों में जाकर पेंशन, छात्रवृत्ति और आधार संबंधित वित्तीय लेन देन की घर पहुंच सेवाएं प्रदान कर रही है। जिससे ग्रामीणों को घर पहुंच बैंकिंग सेवाएं मिल रही है। रायपुर में आयोजित “डिजिटल मड़ई” कार्यक्रम में सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग आर प्रसन्ना, मिशन संचालक एसआरएलएम श्रीमती पद्मिनी भोई साहू, संचालक संस्थागत वित्त श्रीमती शीतल शास्वत वर्मा एवं ग्रामीण बैंक के चेयरमैन आरके गोहिल की उपस्थिति में श्रीमती तिवारी को सम्मानित किया गया।
उल्लेखनीय है कि डिजिटल फाइनेंस के लिए तकनीकी सहायता एजेंसी सीएससी ई-गर्वनेंस सर्विसेज इंडिया लिमिटेड द्वारा रायपुर के एक निजी होटल में आयोजित डिजिटल मड़ई में बीसी सखियों और बैंकर्स को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में बीसी सखियों की सफलता की कहानियों पर आधारित पुस्तिका का विमोचन भी किया गया। राज्य में बीसी सखियां दूरस्थ अंचलों में बैंकिंग सुविधाएं प्रदान कर रही हैं। घर की जिम्मेदारियों को पूर्ण करने के बाद महिलाएं बाहर निकलकर भी काम कर रही हैं। बीसी सखियां दूरस्थ अंचलों में बैंकिंग सेवाएं देने के साथ ही खुद की आमदनी भी बढ़ा रही हैं।
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