रायपुर। सस्ती कीमत पर मकान बनाने का झांसा देकर ठगी करने के मामले में राजेंद्र नगर थाना पुलिस ने दो सगी बहनों पर अपराध दर्ज कर उन्हें हिरासत में लिया है। पुलिस दोनों से पूछताछ कर मामले की जांच कर रही है। थाना पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार ये दोनों बहनें मूलत: बिहार की रहने वाली हैं और बीते पांच वर्ष से रायपुर में रह रही हैं।पुलिस के मुताबिक न्यू शांत नगर निवासी मोहम्मद फारुख खान तथा अन्य लोगों की शिकायत के आधार पर प्रीति तथा प्रिया चौधरी के खिलाफ ठगी का अपराध दर्ज किया गया है। फारुख के मुताबिक उसकी पत्नी का फेसबुक के माध्यम से इनसे संपर्क हुआ। दोनों बहनों ने उसे सस्ती कीमत पर मकान बनाने का झांसा देते हुए उसका मोबाइल नंबर ले लिया। इसके बाद उसके घर भी पहुंच गईं। वहां उन लोगों ने इमोशनल तरीके से ब्लैकमेल करते हुए मकान बनाने का ठेका हासिल किया और साढ़े पांच लाख रुपये में मकान बनाने का झांसा दिया। पुलिस की प्रारंभिक जांच-पड़ताल में पता चला है कि दोनों बहनों ने 50 से 60 लोगों को ठगी का शिकार बनाया है।
बनाया था वाट्सएप ग्रुप
फारुख का कहना है कि दोनों बहनों ने मकान बनाकर देने तथा मकान निर्माण के लिए अपडेट देने के लिए एक वाट्सएप ग्रुप भी बनाया था। नींव खोदने तक की फारुख को वाट्सएप ग्रुप में जानकारी मिलती रही। बाद में जब मौके पर जाकर देखा तो दोनों बहनों के फर्जीवाड़े की जानकारी मिली।
नींव सात की जगह पांच फीट
फारुख के मुताबिक कालम खड़ा करके दोनों बहनों ने सात फीट नींव खोदने का झांसा दिया था। मौके पर जाकर देखा तो कालम के लिए सात के बजाय पांच फीट नींव खोदी गई थी। साथ ही कालम में भी दो से तीन माह पूर्व पानी से भीग चुके सीमेंट का पीवीसी डाल रही थीं। साथ ही कालम में तय मानक के सरिया का उपयोग नहीं किया जा रहा था।
पैसा वापस मांगा तो फर्जी हस्ताक्षर वाला चेक थमा दिया
फारुख का कहना है कि काम की गति और अमानक काम को देखते हुए दोनों बहनों से उन्होंने पैसे लौटाने कहा तो उन लोगों ने फर्जी हस्ताक्षर वाला चेक थमा दिया, जो बैंक में डिसआर्डर हो गया। जब फारुख ने पुलिस में शिकायत की बात कही तो उन लोगों ने एक चेक और दिया और इसके बाद उस चेक का पेमेंट स्टाप करवा दिया। प्रीति तथा प्रिया के खिलाफ उसके आफिस में काम करने वाले स्टाफ अलीशा साहू ने भी ठगी की शिकायत दर्ज कराई है। अलीशा ने पुलिस को बताया कि फेसबुक के माध्यम से इन बहनों से उससे संपर्क कर पहले दोस्ती की और इसके बाद उसे अपनी बहन बनाते हुए अपने आफिस में काम पर रखा। इसके बाद इमोशनल ब्लैकमेल करते हुए उसकी मां के सोने के जेवर बंधक बनाकर बैंक से लोन लिया। अलीशा ने बताया कि उसका अकाउंट खुलवाकर बैंक से लोन हासिल किया, जिसका ईएमआइ वह बैंक में जमा कर रही है।
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