Cement Price Hike : घर बनाना हुआ अब और महंगा, सीमेंट में 40 रुपये बोरी की बढ़ोतरी, जानिए लेटेस्‍ट रेट…

रायपुर। घर बनाना अब और महंगा हो गया है। सरिया की कीमतों में बढ़ोतरी के बाद एकाएक सीमेंट कंपनियों ने इसकी कीमतों में एकाएक 35 से 40 रुपये प्रति बोरी की बढ़ोतरी कर दी है। इसके चलते रिटेल में सीमेंट के दाम 350 रुपये प्रति बोरी पहुंच गए है। क्षेत्र से जुड़े कारोबारियों का कहना है कि कंपनियों ने नई दर एक सितंबर से लागू करने के निर्देश भी दे दिए है।

क्षेत्र से जुड़े कारोबारी सूत्रों का कहना है कि कीमतों में बढ़ोतरी के लिए सीमेंट कंपनियों ने फिर से कार्टेल बना लिया है और उत्पादन लागत में बढ़ोतरी और मांग में तेजी के नाम पर सीमेंट की कीमतें बढ़ा दी है। कारोबारी सूत्रों का कहना है कि बाजार सीमेंट की कीमतों में इस तेजी को बिल्कुल भी सपोर्ट नहीं कर रहा है। कीमतों में बढ़ोतरी को देखते हुए उपभोक्ता भी इन दिनों खरीदारी से थोड़ा पीछे हटने लगे है और कीमतों में गिरावट का इंतजार करने लगे है।

वास्तविकता में बाजार में अभी इतनी मांग नहीं बढ़ी है कि कीमतों में इतनी तेजी कर दी जाए। मालूम हो कि घर निर्माण में सबसे ज्यादा योगदान सरिया व सीमेंट का ही होता है और इन दोनों की कीमतों में बढ़ोतरी से घर निर्माण की लागत भी बढ़ जाएगी। सरिया की कीमत भी इन दिनों 60 हजार रुपये टन पार हो गया है।

हड़ताल की वजह से अक्टूबर 2021 में 360 पहुंचा था सीमेंट

ट्रक चालकों की हड़ताल की वजह से अक्टूबर 2021 में सीमेंट की कीमतें 360 रुपये प्रति बोरी तक पहुंच गई थी,हालांकि उसके बाद हड़ताल खत्म होते ही सीमेंट की कीमतों में गिरावट शुरू हो गई थी।31 अगस्त 2023 तक रिटेल में सीमेंट 295 से 310 रुपये प्रति बोरी तक बिका है।

रेत के दाम गिरे

रेत की कीमतों में थोड़ी गिरावट है और इन दिनों रेत (700 फीट हाइवा) 11 हजार रुपये तक बिक रही है। कारोबारियों का कहना है कि बाजार में अभी मांग भी थोड़ी कमजोर है और इसका असर भी कीमतों में पड़ा है। रेत के साथ ही ईंट के दाम भी स्थिर है और यह 5500 से 6000 रुपये प्रति हजार बिक रहा है।

रियल एस्टेट में त्योहारी आफर की तैयारी

रियल एस्टेट में इन दिनों बिल्डरों द्वारा त्योहारी आफर की तैयारी की जा रही है। इसमें उपभोक्ताओं को उपहार योजनाओं के साथ ही आकर्षक उपहार भी दिए जाएंगे। बताया जा रहा है कि इन दिनों बिल्डर्स कंपनियों द्वारा इसकी रणनीति बनाई जा रही है कि आफर की रूपरेखा किस प्रकार रहेगी।