“पेस्ट्री” से पेट भरते थे माही, जब पूर्व भारतीय खिलाड़ी ने पहली बार पहचाना था MS Dhoni के बल्ले का टैलेंट

Aakash Chopra shared some memories with MS Dhoni: एमएस धोनी से जुड़े किस्से फैंस हमेशा सुनना पसंद करते हैं। अब एक ऐसा ही किस्सा पूर्व भारतीय खिलाड़ी और जिओ सिनेमा एक्सपर्ट आकाश चोपड़ा ने शेयर किया है।

सबको साथ लेकर चलना जानते हैं माही-
दरअसल 2004 में भारत ए 2004 के जिम्बाब्वे और केन्या दौरे पर एक साथ रहने के दौरान चोपड़ा ने ‘एमएस धोनी द रूममेट’ MS Dhoni incidents के बारे में कुछ किस्से सुनाए। चोपड़ा ने बताया कि एक रूममेट के रूप में आपको संतुलन की जरूरत होती है। ऐसे में मैंने उनसे पूछा कि आप किस समय सोना चाहते हैं?

आकाश चोपड़ा के समय पर सो जाते थे माही-
धोनी MS Dhoni ने जवाब में कहा कि जब भी आप चाहें लाइट बंद कर दें। “पूरे दौरे के दौरान धोनी रात 9:30 बजे सोए। मुझे नहीं पता कि वह आमतौर पर कब सोते थे, लेकिन मेरे कमरे में होने पर वह रात 9:30 बजे सोते थे क्योंकि मैं जल्दी सोना चाहता था”

कभी खुद खाना ऑर्डर नहीं करते थे धोनी-
चोपड़ा Aakash Chopra ने खाने ऑर्डर करने को लेकर धोनी की बातों को याद किया और बताया कि वे काफी शर्मीले थे। “अगर मैं उनसे खाना ऑर्डर करने के बारे में पूछता तो वे कभी फोन लेकर खुद ऑर्डर नहीं करते थे। उन्होंने शाकाहारी खाना खाया जब कि वो शाकाहारी नहीं थे, सिर्फ इसलिए क्योंकि मैं शाकाहारी था। वह बहुत शर्मीला थे… वह नीचे जाते थे और अपना पेट भरने के लिए पेस्ट्री खाते थे क्योंकि मेरे साथ उन्हें सिर्फ दाल-रोटी मिलती थी।”

साथी खिलाड़ियों को कभी कॉम्पिटिटर नहीं समझते धोनी-
चोपड़ा ने धोनी की दरियादिली पर बातें करते हुए बताया कि उन्होंने कभी भी टीम के साथियों को कॉम्पिटिटर के रूप में नहीं देखा। वह नेट्स में दिनेश कार्तिक को गेंदबाजी करते थे। मैं उससे पूछता था कि “तुम ऐसा क्यों कर रहे हो? वह आपका कॉम्पिटिटर है। वह कहते थे कि ‘नहीं, वह मेरा कॉम्पिटीटर नहीं है। अगर आप बल्लेबाजी करना चाहते हैं, तो आप ऐसा कर सकते हैं, मैं सिर्फ गेंदबाजी करना चाहता हूं।

धोनी के टैलेंट की पहचान कैसे हुई-
धोनी के बल्ले से उनके टैलेंट को पहचानने के पल पर आकाश चोपड़ा ने कहा कि “इफ्तिखार अंजुम एक पाकिस्तानी गेंदबाज थे और 140 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी करते थे। धोनी ने उन्हें स्वीप किया और चूंकि फाइन-लेग अंदर था तो उन्हें एक चौका मिल गया।

हैरान रह गए आकाश-
अगली गेंद पर उन्होंने थर्ड मैन को को अंदर किया और फाइन-लेग को पीछे किया। वह पहली बार था जब मैंने बल्लेबाज को किसी तेज गेंदबाज को रिवर्स-स्वीप बाउंड्री मारते हुए देखा था। क्योंकि थर्ड मैन अंदर खड़ा था और धोनी ने इसे रिवर्स-स्वीप कर चार रन ले लिए। तब मैं एकदम आश्चर्यचकित हो गया और मैने कहा ‘यह खिलाड़ी कौन है?’ बाद में मुझे अपना जवाब मिल गया। अगले 10 वर्षों तक कोई अन्य विकेटकीपर भारत के लिए नहीं खेला।