छत्तीसगढ़ की पारंपरिक लोक पर्व भोजली महोत्सव बड़े ही हरसो उल्लास के साथ 1 सितंबर को पत्थरी पारा इंदिरा चौक में मनाया गया इस बीच पत्थरी पारा राठौर मोहल्ला मानस नगर अंधरी कछार डबरी पारा सीएसईबी कॉलोनी के माता बहनों द्वारा अपने घर में स्थापित किए भोजली दाई को मुख्य कार्यक्रम स्थल पूजा पंडाल में लाकर भव्य महाआरती एवं पूजा अर्चना कर कार्यक्रम की शुरुआत किया गया आचार्य उमाशंकर तिवारी जी के द्वारा पूरे विधि विधान से पूजा कराया गया साथ ही कार्यक्रम में अतिथि के रूप में उपस्थिति कार्यक्रम के मुख्य आयोजक मनीराम जांगड़े मुकेश राठौर टेकराम मरावी सालिक दास वैष्णव मैनेजर दास भोला मिश्रा ईश्वरी प्रसाद श्रीवास के द्वारा महा आरती किया गया साथ ही दोपहर से ही बालक एवं बालिकाओं के लिए विभिन्न क्रीडा प्रतियोगिता का भी आवेदन किया गया
तत्पश्चात स्कूली छात्र-छात्राओं द्वारा मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति की गई जो आकर्षण का केंद्र रहा आयोजन समिति के स्कूली छात्र छात्रों द्वारा बहुत ही सुंदर सूआ नित्य की प्रस्तुति दी गई जो भोजली में महत्वपूर्ण माना जाता है पथरी पारा में छत्तीसगढ़ की हर एक पारंपरिक लोक पर्व को बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है जैसे हरेली भोजली उत्सव के साथ ही धार्मिक कार्यक्रम में गणेश उत्सव दुर्गा पूजा उत्सव सरस्वती पूजा एवं अन्य कार्यक्रम को मोहल्ले के माता बहनों का विशेष सराहनीय योगदान रहता इसके साथ ही राजीव युवा मितान क्लब के प्रमुख शशि पाल एवं समीर खूटे शेर यादव सक्रिय रूप से का पूरे कार्यक्रम को संपादित किया 1 सितंबर को पूरे वार्ड नंबर 17 18 एवं 19 भोजली दाई की भक्ति में लीन समस्त कॉलोनी निवासी वासी नजर आए उसके बाद ठीक शाम 5:00 बजे नाचते गाने एवं पारंपरिक लोक पर भोजली गीत गाते हुए डेंगू नाल नदी में विसर्जन के लिए अग्रसर हुए इस बीच
लगभग 2 000से 3000 माता बहने विसर्जन स्थल डेंगू नाल नदी में पहुंचकर ससम्मान भोजली दाई को विसर्जन किया एवं प्रसाद वितरण किया गया साथ जिला पुलिस के द्वारा सुरक्षा को लेकर विशेष व्यवस्था की गई थी जिसका आयोजन समिति द्वारा भूरी भूरी प्रशंसा किए
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