बालोद,01 सितम्बर । राज्य शासन के मंशानुरूप बालोद जिले में स्थापित की गई महात्मा गांधी ग्रामीण औद्योगिक पार्क ग्रामीणों को आत्मनिर्भर व आर्थिक रूप से सशक्त बनाकर उनके लिए बहुपयोगी साबित हो रहा है। इसी कड़ी में जिले के गुरूर विकासखण्ड के ग्राम छेड़िया में स्थापित ग्रामीण औद्योगिक पार्क में प्रारंभ किए गए अगरबत्ती निर्माण कार्य ग्रामीणों व स्वसहायता समूह की महिलाओं को आर्थिक रूप से संबल बनाकर उनके सुखमय जीवन का आधार बन गया है। छेड़िया में ग्रामीण औद्योगिक पार्क शुरू होने के पूर्व रोजगार के तलाश में शहरों व आसपास के गांवों में जाने वाले ग्रामीणों को अब उनके गांव में ही रोजगार का कारगर माध्यम उपलब्ध हो गया है।
महात्मा गांधी ग्रामीण औद्योगिक पार्क छेड़िया में अगरबत्ती निर्माण कार्य में लगी महिला उद्यमी अन्नपूर्णा साहू ने बताया कि यहां पर कुल 11 महिला उद्यमी अगरबत्ती निर्माण का कार्य कर रही हैं। जिनके द्वारा अब तक कुल 13 हजार 988 किलोग्राम अगरबत्ती निर्माण किया जा चूका है। अन्नपूर्णा साहू ने बताया कि उन्होंने 01 माह से कम अवधि में भी प्रशिक्षण प्राप्त करते हुए अगरबत्ती निर्माण कर अब तक कुल 07 हजार 843 रुपये का आय अर्जित कर लिया है। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन की ओर से उनके द्वारा निर्मित किए गए अगरबत्ती की बिक्री के लिए बाॅय बैंक की भी सुविधा उपलब्ध कराई गई है। जिसके फलस्वरूप अगरबत्ती की बिक्री के लिए मार्केटिंग की समस्या बिलकुल भी नही हो रही है।
अन्नपूर्णा साहू ने बताया कि ग्रामीण औद्योगिक पार्क छेड़िया में अगरबत्ती निर्माण कार्य से उन्हें निरंतर आय अर्जित होने से अब उन्हें किसी प्रकार के आर्थिक परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ रहा है। अब वे अगरबत्ती निर्माण से होने वाले आमदनी का उपयोग अपने परिवार का खर्च चलाने में भी कर रही हैं। जिससें उनका जीवन खुशहाल होने के साथ-साथ उनके परिवार वाले बहुत ही प्रसन्न है। उन्होंने ग्रामीण एवं महिलाओं को उनके गांव में ही स्वरोजगार प्रदान कर ग्रामीण औद्योगिक पार्क की शुरूआत करने के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के प्रति विनम्र आभार व्यक्त करते हुए उन्हें हृदय से धन्यवाद ज्ञापित किया है।
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