कवर्धा,28 अगस्त । कैबिनेट मंत्री मोहम्मद अकबर सावन मास के आखिरी सोमवार को छत्तीसगढ़ के प्राचीन, पुरातात्विक, धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व के स्थल बाबा भोरमदेव मंदिर पहुँचे। उन्होंने भोरमदेव बाबा भगवान शिव जी का दर्शन किए। मंत्रोच्चारण के साथ विशेष पूजा-अर्चना और रुद्राभिषेक किया तथा प्रदेश की समृद्धि एवं खुशहाली की कामना की। मंत्री अकबर ने मंदिर परिसर में बोल-बम कावड़ यात्रियों एवं श्रद्धालुओं का अभिवादन किया। मंत्री अकबर ने मंदिर परिसर के समीप भंडारा स्थल पहुचकर श्रद्धलुओं को अपने हाथों से खीर, पुड़ी, चावल और प्रसाद भी बांटे। इस अवसर पर क्रेडा सदस्य कन्हैया अग्रवाल, होरी साहू, पालिका अध्यक्ष ऋषि शर्मा, कृषि उपज मंडी अध्यक्ष नीलकंठ साहू, पार्षद अशोक सिंह, सहित अन्य जनप्रतिनिधि विशेष रूप से उपस्थित होकर श्रद्धलुओं को प्रसाद वितरण किया।
बम बम भोले में छिपी है अपार आस्था, दिलो की गहराइयों में बसी भोले की भक्ति
उल्लेखनीय है कि कवर्धा से 16 किलोमीटर की दूरी पर ग्राम चौरा में 11वी शताब्दी का प्राचीन, ऐतिहासिक और पुरातत्व महत्व का स्थल है बाबा भोरमदेव का मंदिर। इस मंदिर में भगवान शिव जी विराजित है। भगवान शिव देवों के देव महादेव में जल अभिषेक की परम्परा सदियों चली आ रही है। हर वर्ष श्रावण माह में कांवरियों द्वारा पदयात्रा कर शिव मंदिरों में जल चढ़ाया जाता है, जिसे कांवड़ यात्रा कहा जाता है। श्रावण मास में शिवभक्त मनोवांछित फल प्राप्त करने के लिए प्रतिदिन कांवरिया दल सहित श्रद्धालुओं द्वारा शिवलिंग का विधिवत पूजा अर्चना व जलाभिषेक किया जा रहा है। सावन माह लगते ही कांवरियों का दल मध्यप्रदेश के अमरकंटक से पहाड़ी और पथरिली जंगलों की रास्तों से पदयात्रा कर बाबा भोरमेदव, जलेश्वर महादेव और पंचमुखी बुढ़ामहादेव में जलाभिषेक कर रहे है।
जिले में अमरकंटक से पहाड़ी और पथरिली जंगलों की रास्तों से कबीरधाम जिले में प्रवेश करने वाले सभी कावड़ियों को प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराई जा रही है। वही प्रत्येक सोमवार को ऐतिहासिक भोरमदेव मंदिर के समीप भंडारा का आयोजन ज्वाइन हैंड्स समाजिक संगठनों द्वारा की जा रही है।
प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी मां नर्मदा के उद्गम स्थल अमरकंटक से शिवभक्तों द्वारा कांवर में मां नर्मदा का पवित्र जल लेकर पदयात्रा करते हुए जलाभिषेक कर रहे हैं। अब तक सैकड़ों कांवरियों का दल शहर व ग्रामीण क्षेत्र से पहुंचकर जलेश्वर महादेव डोंगरिया, पंचमुखी बुढ़ामहादेव तथा भोरमदेव में जलाभिषेक कर चुके है। बोल-बम डोंगरिया स्थित जलेश्वर दादा, छत्तीसगढ़ के ऐतिहासिक पुरातात्विक और जन आस्था के केन्द्र बाबा भोरमदेव और पंचमुखी बूढ़ामहादेव की महिमा करने वाले तीर्थयात्राओं और मानसून माह श्रावण को संदर्भित करता है। कांवरिया मध्यप्रदेश के अमरकंटक से मां नर्मदा से जल लेकर दुर्गम पहाड़ी क्षेत्रों से अपने कांवर के साथ खाली पैर और भगवा वस्त्र पहनकर विभिन्न दुर्गम मार्गों से 180 किमी की यात्रा करते हुए डोंगरिया स्थित जलेश्वर महादेव, भोरमदेव बाबा और कवर्धा के पंचमुखी बूढ़ा महादेव मंदिर में भगवान शिव पर जल चढ़ाते है। यात्रा में तीर्थयात्री लगातार हर बात पर “बोल बम“ का नारा लगाते है और उनके नाम की स्तुति करने के लिए भजन गाते हैं।
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