जशपुरनगर,28 अगस्त । महिला व बाल विकास विभाग के अंतर्गत् संचालित जिले के आंगनबाड़ी केंद्रों में आंगनबाड़ी में पोषण वाटिकाओं का निर्माण किया गया है। जिससमें कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं की ओर से ताजी, हरी-भरी और पोषक से भरपूर सब्जियां का उत्पादन किया जा रहा है। इसी कड़ी में फरसाबहार विकासखण्ड के आंगनबाड़ी केंद्र मंदिरपारा में पोषण वाटिका का निर्माण किया गया है और पोषण वाटिका से गर्भवती महिलाओं व कुपोषित बच्चों को गर्भ भोजन में हरी साग-सब्जी दिया जा रहा है। आज आंगनबाड़ी केंद्र मंदिरपारा में वाटिका से भिंडी तोड़कर बच्चों को खिलाया गया। जिससे उनके की सेहत में सुधार आ सके।
उल्लेखनीय है कि जिले के आंगनबाड़ी केंद्रों के पोषण वाटिका में भिंडी, कुंदरू, मक्का, मुनगा, बरबट्टी, मखना, करेला और हरी सब्जी का उत्पादन कर आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों और गर्भवती माताओं को वितरित किया जा रहा है। पोषण वाटिका बनाने का उद्देश्य बच्चों और गर्भवती माताओं में एनीमिया और कुपोषण को दूर करना है, जिससे कुपोषण मुक्त व स्वास्थ्य छत्तीसगढ़ की संकल्पना को साकार किया जा सके, साथ ही समूह की महिलाओं को आत्मनिर्भर बना उनकी आर्थिक स्थिति भी सुदृढ़ किया जा सके।
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