साजापानी के अंतिम दुरस्थ ग्राम चेरमेट में गृह भ्रमण कर कोरवा परिवारों से की भेंट

जशपुरनगर26 अगस्त  कांसाबेल विकासखण्ड के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कांसाबेल अंतर्गत सप्ताह के प्रत्येक मंगलवार और शुक्रवार को ग्राम स्वास्थ्य, स्वच्छता व पोषण दिवस ग्राम के समस्त आंगनबाड़ी, ग्राम में निवासरत शिक्षक, मनरेगा रोजगार सहायक, बिहान स्व सहायता समूह के महिलागण, ग्राम प्रेरक, स्थानीय जनप्रतिनिधि, पंच, शिक्षा प्रेरक, ग्राम पंचायत सरपंच व संबंधित ग्राम अंतर्गत आने वाले समस्त मितानिनों के द्वारा ग्राम के आंगनबाड़ी केन्द्र अथवा कोई भी सामूहिक स्थान पर बैठक आयोजन कर ग्राम में स्वास्थ्य, स्वच्छता और पोषण संबंधि महात्वपूर्ण विषय पर चर्चा परिचर्चा किया जाता है। साथ ही ग्राम में जितने भी बच्चों को जो टीकाकरण के योग्य है। उनका टीकाकरण किया जाता है। ग्राम के समस्त गर्भवतियों का स्वास्थ्य परीक्षण और आवश्यक परामर्श दिया जाता है। सत्र में एन.सी.डी. से संबंधित को जागरूक किया जाता है।

हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर नकबार के अंतिम दुरस्थ ग्राम चेरमेट ग्राम पंचायत सजापानी में लगभग 40 कोरवा परिवार वनांचल रहवासी निवास करते है। ग्राम चेरमेट से ग्राम स्वास्थ्य, स्वच्छता व पोषण दिवस सत्र में कोरवा परिवार से कोई सदस्य शामिल नहीं होने से स्वास्थ्य हाल-चाल व शासन की योजनाओं का लाभ लेने की जानकारी देने स्वास्थ्य विभाग कांसाबेल के विकासखंड कार्यक्रम प्रबंधक ज्ञान दास महंत, जिला समन्वयक मितानिन कार्यक्रम जशपुर वृदा चौहान, काउंसलर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कांसाबेल लिलिग्रेस मिंज, ब्लॉक समन्वयक मितानिन कांसाबेल, शुकुमारी पैंकरा, स्थानीय मितानिन और पर्यवेक्षक के द्वारा कोरवा परिवार गृह भ्रमण किया गया।

भ्रमण के दौरान कोरवा परिवार के खेत चले गए थे परिवार का सदस्य दो गर्भवती महिलाएं अपने परिवार वालों के बुलाने से खेत से बाहर आकर मिलने पहुची। भ्रमण दल भी उनके सुविधा के अनुसार ही मजदूरी कर रहे खेत के पास जाकर मुलाकात की। स्थानीय मितानिन के सहयोग से उनसे वार्ता हुई। गर्भवतियों से स्वास्थ्य विभाग और अन्य विभागीय योजनाओं के विषय में जानकारी लिया गया।

इस दौरान काउंसलर लिलिग्रेस मिंज की ओर से किशोरी-बालिकाओं की शिक्षा के महत्व, उपयोगिता, जीवन में शिक्षा के लाभ और अल्पायु में गर्भधारण के दुष्परिणाम के विषय में बताया गया। जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है, क्योंकि कोरवा जनजातियों में अल्पायु में ही सेवा विवाह, ढूंकू विवाह का प्रचलन ज्यादातर है। अल्पा आयु में ही नशा के आदि हो जाते है। इस दौरान चेरमेट ग्राम में पंजीयन 10 गर्भवती में से 5 गर्भवती से टीम की ओर से भेट किया गया। ग्रामसभा में उपस्थित साजापानी सरपंच मरकुश एक्का, उप सरपंच उमेश्वर यादव, सभी पंचगण, गण्मान्य नागरिकों व जनप्रतिनिधियों को ग्राम चेरमेट के भ्रमण एवं समस्या के संबंध में अवगत कराया गया।

सरपंच ने बताया कि पंचायत की ओर से चेरमेट ग्राम के कोरवा परिवारों को मुख्यधारा से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है, जिससे सभी कोरवा परिवार को शासन की विभिन्न योजनाओं से जुड़कर लाभ मिल सके। जिला समन्वयक मितानिन वृदा चौहान ने कहा कि पंचायत को नवाचार करके सामाज विकास के मुख्यधारा में समस्त कोरवा परिवार को जोड़ना है। अगर कोरवा परिवार शिविर स्थल में नहीं आ पा रहे है। टीम को उनके पास जाकर उनकी समस्याओं का निराकरण करना है।

विकासखंड कार्यक्रम प्रबंधक ज्ञान दास महंत ने कोरवा परिवारों के आवश्यक दस्तावेज बनवाने में पंचायत को यथा संभव सहयोग करने के लिए कहा। साथ ही राशन कार्ड में तत्काल नाम जोडने के लिए मितानिन को निर्देश किया गया। उन्होंने ग्राम के सभी लोगों को आयुष्मान कार्ड नहीं बना है। नजदीकी वीएलई के सहयोग से तत्काल बनवाने के लिए निर्देशित किया है। समस्त पात्र गर्भवतियों का श्रम विभाग के श्रमिक हितार्थ भगिनी प्रसूति योजना में भी तत्काल पंजीयन करने के लिए कहा।

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