चंद्रयान-3 की सफलता देश के लिए गौरव की बात : प्रो. कारुण्‍यकरा

वर्धा। चंद्रयान-3 की चांद के दक्षिणी ध्रुव की सतह पर सफलतापूर्वक पहुंचने की घटना देश के लिए गौरव की बात है। पूरे विश्‍व में भारत ऐसा पहला देश है जिसने चांद के दक्षिण ध्रुव पर चंद्रयान-3 के के माध्‍यम से पैर रखा है। उल्‍लास और खुशी के इस क्षण में हमारा विश्‍वविद्यालय भागीदार है। इस आशय की प्रतिक्रिया महात्‍मा गांधी अंतरराष्‍ट्रीय हिंदी विश्‍वविद्यालय के कुलपति प्रो. एल. कारुण्‍यकरा ने व्‍यक्‍त की। उन्‍होंने इस घटना को ऐतिहासिक करार देते हुए इसरो के सभी वैज्ञानिकों को बधाई दी है।

इस संबंध में कुलपति प्रो. कारुण्‍यकरा की अध्‍यक्षता में 24 अगस्‍त को अधिष्‍ठाताओं एवं विभागाध्‍यक्षों की बैठक में इसरो के वैज्ञानिकों को बधाई का प्रस्‍ताव पारित कर बधाई का संदेश विश्‍वविद्यालय की ओर से भेजा गया है।

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन द्वारा तैयार किया गया चंद्रयान-3 के लैंण्डिंग के लाइव प्रसारण को देखने की व्‍यवस्‍था विश्‍वविद्यालय के गालिब सभागार में की गई थी। इस गौरवपूर्ण क्षण को देखने के लिए विश्‍वविद्यालय के अधिष्‍ठाता, विभागाध्‍यक्ष, अध्‍यापक, अधिकारी, कर्मचारी व विद्यार्थी बड़ी संख्‍या में उपस्थित रहे।