सेहत : जानें यूरिक एसिड समेत इन बीमारियों में कैसे है फायदेमंद ये सब्जी

अपने यहां आपको तरह-तरह की सब्जियां मिल जाएंगी। एक ही प्रजाति की नजाने कितनी सब्जियां निकल जाएंगी जैसे कि सब्जी की एक प्रजाति है गार्ड (Gourds)। इनमें आपको लौकी, तुरई और परवल जैसी सब्जियां मिलेंगी। इन्हीं आपको स्नेक गार्ड (Snake Gourd) नाम की भी एक सब्जी मिलेगी जिसे आम भाषा में चिचिण्डा (Chichinda) और कैता की सब्जी (kaita vegetable) कहते हैं। इस सब्जी को जब आप अपनी लताओं से लगा हुए देखेंगे तो पाएंगे कि ये सांप जैसा नजर आएगा। इसकी खाल भी आपको ऐसी ही नजर आएगी बस इसका स्वाद आपको लौकी जैसा मिलेगा। खास बात ये है कि इस सब्जी को खाने के फायदे कई हैं। आइए, जानते हैं इस बारे में विस्तार से।

हाई यूरिक एसिड में फायदेमंद चिचिण्डा
यूरिक एसिड बढ़ जाने पर आपको कैता या चिचिण्डा की सब्जी खानी चाहिए। ऐसा इसलिए कि इस सब्जी में फाइबर की अच्छी मात्रा है। दूसरा, इस सब्जी में पानी की भी अच्छी मात्रा है जो कि बढ़े हुए प्यूरिन को कम करने में मदद कर सकता है। प्यूरिन बढ़ने की वजह से पथरियां आपकी हड्डियों में जमा होते हैं और गाउट की समस्या होती है। ऐसे में पानी व फाइबर से भरपूर कैता, हाई यूरिक एसिड लेवल को कम करने में मदद कर सकता है और इस समस्या से आपको बचा सकता है।

कब्ज की समस्या में चिचिण्डा
कब्ज की समस्या में कैता या चिचिण्डा की सब्जी खाने के कई फायदे हैं। पहले तो इसका फाइबर मेटाबोलिज्म को तेज करता है और दूसरा आपके पाचन क्रिया और आंत के कामकाज को बेहतर बनाने में मदद करता है। तीसरा, इस सब्जी को खाना आपके मल में थोक जोड़ने का काम करता है जिससे मल त्याग आसान होता है और कब्ज की समस्या से निजात मिलती है।

फैटी लिवर में फायदेमंद चिचिण्डा
फैटी लिवर की समस्या में चिचिण्डा का सेवन कई प्रकार से काम कर सकता है। दरअसल, ये दो तरीके से काम करता है। पहला ये आपके लिवर में फैट की मात्रा को कम करता है और दूसरा ये आपके शरीर में टॉक्सिन की मात्रा में कमी लाता है। इस प्रकार से ये लिवर क्लींजर की तरह काम करता है और आपको लिवर से जुड़ी कई बीमारियों से बचाने में मदद करता है जैसे कि फैटी लिवर। तो, इन तमाम कारणों से इस सब्जी को अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए।

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