Team India को मिल गया है युवराज सिंह और धोनी जैसी काबिलियत रखने वाला बल्लेबाज! मैच फिनिश करने में है उस्ताद

आईपीएल 2023 में रिंकू सिंह ने अपनी बल्लेबाजी से हर किसी को मुरीद बनाया। गुजरात टाइटंस के खिलाफ रिंकू के बल्ले से निकले उन पांच छक्कों ने इस युवा बल्लेबाज को रातों-रात सुपरस्टार बना दिया। बतौर फिनिशर रिंकू के लिए इंडियन प्रीमियर लीग का 16वां सीजन यादगार रहा। आईपीएल में चमकने के बाद आयरलैंड दौरे पर रिंकू को भारतीय टीम में शामिल किया गया है। हालांकि, आयरलैंड के खिलाफ पहले टी-20 मैच में रिंकू को अपने बल्ले से जौहर दिखाने का मौका नहीं मिला। इस बीच, भारत के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज किरण मोरे का मानना है कि रिंकू भारत के लिए युवराज सिंह और धोनी जैसे फिनिशर बन सकते हैं।

रिंकू में युवराज-धोनी वाली काबिलियत

किरण मोरे ने जियो सिनेमा के एक शो पर बातचीत करते हुए कहा, “मैं भारतीय टीम में उसको (रिंकू सिंह) को मौका मिलने इंतजार कर रहा था। नंबर पांच या छह पर वह अच्छी बल्लेबाजी कर सकते हैं और एक बेहतरीन फिनिशर साबित हो सकते हैं। हमने एमएस धोनी और युवराज सिंह को देखा है। इन दोनों के बाद से हमको वैसा प्लेयर नहीं मिल सका है। हमने काफी प्लेयर्स को आजमाया है, लेकिन रिजल्ट नहीं मिल सका है। तिलक वर्मा भी बढ़िया खिलाड़ी हैं, जो अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। रिंकू एक लाजवाब फील्डर भी हैं और मैंने उनको घरेलू क्रिकेट में खुद में काफी सुधार करते हुए देखा है।”

रिंकू को नहीं मिला बैटिंग का मौका

आयरलैंड के खिलाफ पहले टी-20 इंटरनेशनल मुकाबले में रिंकू सिंह ने अपना डेब्यू किया। जसप्रीत बुमराह ने रिंकू को डेब्यू कैप पहनाई। हालांकि, रिंकू को अपने बल्ले से जौहर दिखाने का मौका पहले मैच में नहीं मिल सका। हालांकि, रिंकू फील्ड में काफी चुस्त और फुर्ती के साथ फील्डिंग करते हुए दिखाई दिए।

आयरलैंड को चटाई टीम इंडिया ने धूल

जसप्रीत बुमराह की कप्तानी में भारतीय टीम ने आयरलैंड को पहले टी-20 इंटरनेशनल मुकाबले में डकवर्थ लुईस नियम की मदद से 2 रन से हार का स्वाद चखाया। पहले बल्लेबाजी करते हुए मेजबान टीम ने 20 ओवर में 7 विकेट खोकर स्कोर बोर्ड पर 139 रन लगाए। गेंदबाजी में बुमराह के अलावा भारत की ओर से प्रसिद्ध कृष्णा ने भी दो विकेट अपने नाम किए। 140 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम ने 6.5 ओवर में 2 विकेट खोकर 47 रन बना लिए थे, तभी मैच में बारिश ने खलल डाल दिया और इसके बाद एक भी गेंद का खेल नहीं हो सका। डकवर्थ लुईस नियम के तहत भारत को विजेता घोषित किया गया।