दिल्ली। कनाडा के जंगलों में एक बार फिर से आग लग गई है। रॉयटर्स के मुताबिक, यलोनाइफ शहर के सभी 20 हजार लोगों को घर छोड़कर सुरक्षित स्थान पर जाने के आदेश दिए गए हैं। इस बीच फायर ब्रिगेड आग को यलोनाइफ शहर से दूर रखने की कोशिश कर रहा है। इस साल कनाडा के जंगलों में सबसे भयानक आग लगी है।
देश में अभी 1 हजार से ज्यादा एक्टिव फायर हैं जो करीब 265 इलाकों में फैली हुई है। कनाडा में इस साल जंगल की आग की वजह से करीब 1.34 लाख स्क्वायर किमी का क्षेत्र जल चुका है। ये हर 10 साल में जलने वाले क्षेत्र से करीब 6 गुना ज्यादा है। इस सीजन में अब तक करीब 2 लाख लोगों को कभी न कभी वाइल्डफायर की वजह से घर छोड़ना पड़ा है।
आग रोकने के लिए पेड़ काटे जा रहे
शहर की मेयर रेबेका ने बताया की आग की लपटों को फैलने से रोकने के लिए स्पेशल टीम शहर के पास पेड़ों को काट रही है। आग अभी शहर के उत्तर-पश्चिम इलाके से करीब 15 किमी दूर है। अगर बारिश नहीं हुई तो शनिवार तक बाहरी इलाके तक पहुंचने की आशंका है। CBC न्यूज से बात करते हुए मेयर ने बताया कि यलोनाइफ शहर में घना धुआं छा गया है जिसके वजह से कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा है। वाइल्डफायर सर्विस डायरेक्टर क्लिफ चैपमैन ने कहा अगले 24-48 घंटे सबसे ज्यादा चुनौतीपूर्ण होंगे।
PM जस्टिन ट्रूडो ने बुलाई इमरजेंसी बैठक
इमरजेंसी को देखते हुए PM जस्टिन ट्रूडो ने गुरुवार को इंसिडेंट रिस्पॉन्स ग्रुप की बैठक बुलाई। इस ग्रुप में सीनियर अधिकारी और मंत्री शामिल हुए। गुरुवार को लोगों को अल्बर्टा ले जाने के लिए 5 फ्लाइट्स ने उड़ान भरीं। इनके लिए सैकड़ों लोग लोकल हाईस्कूल के बाहर इंतजार करते नजर आए।
टेरीटोरियल एन्वायरमेंट मिनिस्टर शेन थॉम्पसन ने कहा- शहर फिलहाल खतरे में नहीं है लेकिन आग का कोई भरोसा नहीं है। हमने बुधवार से ही लोगों को शहर खाली करने के लिए कह दिया था। उन्होंने कहा आग से जो हिस्सा प्रभावित है, वहां के 46 हजार में से करीब 65 % लोगों का हटाया जाएगा।
इवैक्यूएशन सेंटर 1100 किमी दूर
यलोनाइफ से अल्बर्टा जाने के लिए सिर्फ एक सड़क है, जो की डबल लेन है। यहां से लोगों को निकालने के लिए 3 सेंटर्स बनाए गए हैं। हालांकि, सबसे नजदीक वाला सेंटर भी करीब 1100 किमी दूर है। निवासियों को यलोनाइफ छोड़ने के लिए आज यानी शुक्रवार रात 11:30 बजे तक का समय दिया गया है।
इंडस्ट्रियल एंड एनर्जी प्रोडक्शन पर पड़ रहा असर
आग की वजह से इंडस्ट्रियल एंड एनर्जी प्रोडक्शन में बड़ा असर पड़ा है। उन्होंने कहा यलोनाइफ से लगभग 280 किमी उत्तर पूर्व में स्थित गाचो क्यू खदान का संचालन जारी है। हालांकि आसपास के कई कर्मचारियों को निकाल लिया गया था।
आग लगने की वजह क्या है
अधिकारियों ने कहा- इस साल के तापमान और सूखे की स्थिति के कारण आग लगने की नौबत आई है। कनाडा के बहुत से हिस्से में सूखा पड़ रहा है। सर्दियों में कम बर्फबारी भी इसकी बड़ी वजह है। आग के धुंए ने पुरे कनाडा और अमेरिका के कई हिस्सों में हवा को प्रदूषित कर दिया है। ऐसी हवा में सांस लेने से से शरीर को भरी नुकसान हो सकता है।
जून में लगी थी सबसे बड़ी आग
जून में कनाडा के जंगलों में अब तक की सबसे भयानक आग लगी थी। यहां करीब सभी 10 प्रांतों और शहरों में इसका असर देखा गया था । उस वक्त करीब 33 हजार स्क्वायर किमी का क्षेत्र जल चुका है। ये पिछले 10 साल के औसत से 13 गुना ज्यादा और बेल्जियम के कुल क्षेत्रफल से भी बड़ा था। इसकी वजह से 1 लाख 20 हजार से ज्यादा लोगों को घर छोड़ना पड़ा था।
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