244 रन की पारी खेलने के बाद Prithvi Shaw के बदल गए हैं सुर, भारतीय सेलेक्टर्स को लेकर दिया बड़ा बयान

इंग्लैंड की सरजमी पर दोहरा शतक जड़ने पर पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि वह नहीं सोचते कि मेरी इस पारी के बाद भारतीय सेलेक्टर क्या सोच रहे हैं। शॉ ने कहा कि वह बस अपने खेल का आनंद ले रहे हैं। शॉ ने अपने बयान में आगे जोड़ा कि मैं हमेशा रन बनाना चाहता हूं और मैच जीतना चाहता हूं।

बुधवार को पृथ्वी शॉ ने अपनी बल्लेबाजी से इंग्लैंड के रॉयल लंदन वनडे कप 2023 टूर्नामेंट में गदर मचाया था। शॉ ने 152 गेंद का सामना करते हुए 224 रन की तूफानी पारी खेली थी। अपनी इस दोहरे शतक की पारी के दौरान पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw Double Hundred) ने 28 चौके और 11 गगनचुंबी छक्के जड़े। नॉर्थहैम्पटनशायर के लिए खेलते हुए पृथ्वी शॉ ने तीसरे मैच में यह किया।

‘मैं हमेशा रन बनाना चाहता हूं’

मैच के बाद पृथ्वी शॉ ने अपनी इस दमदार पारी के बारे में कहा, “ईमानदारी से कहूं तो 227 मेरे दिमाग में था। मैंने व्हाइटी (व्हाइटमैन) से बात की जब वह क्रीज पर थे। मैंने उन्हें बताया कि यह 227 है, जो मेरा उच्चतम स्कोर है। मैं हमेशा कोशिश करता हूं और अगर इस तरह स्कोर करने से मेरी टीम को जीत मिल सकती है, तो मुझे इसे जारी रखना चाहिए।”

साल 2021 में खेला था भारत के लिए आखिरी मैच

पृथ्वी शॉ ने आगे कहा, “मैं नहीं जानता कि भारतीय सेलेक्टर्स क्या सोच रहे हैं। मैं खेल का आनंद ले रहा हूं। मैं यहां अच्छा समय बिता रहा हूं। नॉर्थहैम्पटनशायर ने मुझे ये मौका दिया है। मैं इस एन्जॉय कर रहा हूं।” गौरतलब हो कि पृथ्वी शॉ ने भारत के लिए आखिरी बार साल 2021 में खेला था। तब से वह खराब फॉर्म के चलते राष्ट्रीय टीम से बाहर चल रहे हैं। शॉ ने साल 2021 फरवरी में विजय हजारे ट्रॉफी में मुंबई के लिए खेलते हुए 152 गेंद पर 227 रन बनाए थे। अब इंग्लैंड की जमी पर दोहरा शतक जड़ा है।