जगदलपुर,04 अगस्त । महारानी अस्पताल के शहीद गुण्डाधुर आडिटोरियम में बोन व ज्वाइंट दिवस के अवसर पर 4 अक्टूबर को इंडियन आर्थोपेडिक एसोसिएशन के तत्वावधान में सड़क दुर्घटना से बचाव के लिए सीपीआर एवं बीएलएस प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। जिसमें करीब 1500 ट्रैफिक पुलिस, होमगार्ड जवानों सहित एनसीसी, एनएसएस के कैडेटों तथा नर्सिंग छात्राओं, पैरामेडिकल स्टॉफ व आम नागरिकों को सड़क दुर्घटना से बचाव एवं पीड़ितों की जीवन रक्षा सम्बन्धी गहन प्रशिक्षण प्रदान किया गया।
सिविल सर्जन सह अस्पताल अधीक्षक महारानी अस्पताल डॉ संजय प्रसाद ने बताया कि वर्तमान में विगत 01 अगस्त से 6 अगस्त तक आॅस्टियोपोरोसिस और हड्डी के स्वास्थ्य तथा सड़क सुरक्षा पर जागरूकता कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इसी परिप्रेक्ष्य में उक्त सीपीआर व बीएलएस प्रशिक्षण प्रदान किया गया। उन्होंने बताया कि सीपीआर और बीएलएस यथा कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन एंड बेसिक लाइफ सपोर्ट का परस्पर उपयोग किया जाता है। सीपीआर एक तरह की प्राथमिकता चिकित्सा यानि फस्र्ट एड है, जो प्राथमिक रूप से मरीज को प्रदान की जाती है।
वहीं बीएलएस बुनियादी चिकित्सा सहायता है, जो लोगों को अस्पताल पहुंचने से पहले या उन परिस्थितियों में दी जाती है, जहां पर चिकित्सा सुविधा तुरंत उपलब्ध नहीं होती है। उन्होंने बताया कि इस प्रशिक्षण के दौरान मास्टर ट्रेनर एवं विशेषज्ञ के रूप में इंडियन आर्थोपेडिक एसोसिएशन के स्टेट प्रेसिडेंट डॉ. आलोक चन्द्र अग्रवाल तथा सचिव डॉ. विपिन जैन सहित इंडियन आर्थोपेडिक एसोसिएशन के स्थानीय सदस्य डॉ. संजय प्रसाद व डॉ. लखन लाल ठाकुर और एम्स रायपुर के डॉ. शुभम भारद्वाज, डॉ. अनुपम इनामदार, डॉ. विदित अग्रवाल एवं डॉ. भास्कर राय द्वारा गहन प्रशिक्षण प्रदान किया गया।
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