खाखी का मानवीय चेहरा: डॉयल 112 के स्टाफ ने प्रसूता को कांवर में लेकर खेत और पगडंडी रास्ते से सुरक्षित बाहर निकाला

मितानीन की सहायता से रास्ते में कराये गर्भवती महिला का सुरक्षित प्रसव, जच्चा बच्चा दोनों स्वस्थ

रायगढ़, 25 जुलाई । जिले की डायल 112 की टीम ने एक बार फिर आपातकालीन परिस्थिति में गभर्वती महिला की मदद कर अपने दायित्वों के साथ मानवीय कार्य का परिचय दिया गया है ।

जिला मुख्यालय से करीब 125 किलोमीटर की दूरी पर थाना कापू के ग्राम पारेमेर से आज सुबह गर्भवती महिला श्रीमती रतियानो पति दिलेश्वर (उम्र 23 वर्ष) को अत्याधिक प्रसव पीड़ा होने से परिजनों द्वारा मेडिकल सहायता के लिये डॉयल 112 से संपर्क किया गया । कापू राईनो करीब 60 किलोमीटर का सफर तय कर ग्राम पारेमेर पहुंची जहां महिला का घर मेन रोड से पहाड़ पर नदी किनारे होने से डॉयल 112 वाहन के पहुंच नहीं पाने से डॉयल 112 स्टाफ द्वारा रास्ते में वाहन खड़ी कर बुद्धिमत्ता और कर्तव्य निष्ठा का परिचय देते हुये पैदल ही महिला को लेने उसके घर गये ।

जहां महिला को वाहन तक लाने दौरान महिला को अत्याधिक प्रसव पीड़ा होने से सूझबूझ दिखाते हुये साफ सुथरी जगह पर बेपर्दा महिला का मितानीन दीदी की सहायता से सुरक्षित प्रसव कराये जिसके बाद कंवर व्यवस्था कर कांवर में महिला को रखकर परिजनों की सहायता से डॉयल 112 के आरक्षक अभय मिंज आर ERV वाहन चालक छोटू दास द्वारा खेत और पगडंडी रास्तों को पार करते हुये आधा किलोमीटर मेन रोड़ में खड़ी डॉयल 112 ERV वाहन तक लाये और वाह में बिठाकर प्रसूता और नवजात को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पेलमा लाकर भर्ती कराये, जच्चा-बच्चा दोनों सुरक्षित व स्वस्थ हैं ।