रेंगोला के आश्रित ग्रामों में कुपोषित बच्चों को दूध, अंडा व सेव फल वितरण

जशपुरनगर ,24 जुलाई। जिले में कुपोषण के स्तर में कमी लाने, 0-5 वर्ष आयुवर्ग के बच्चों को कुपोषण से मुक्त कराने, जनभागीदारी को बढ़ावा देने और एनिमिया मुक्त अभियान को सफल बनाने सुपोषण चौपाल कार्यक्रम का आयोजन जिला स्तर पर किया जा रहा है। कुपोषण स्तर में कमी व बेहतर क्रियान्वयन के लिए ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता व पोषण समिति का गठन किया गया है, जो स्वास्थ्य जागरूकता में सुधार और स्वास्थ्य सेवाओं के लिए समुदाय की पहुंच, विशिष्ट स्थानीय जरूरतों को पूरा करने और समुदाय आधारित योजना और निगरानी के लिए एक तंत्र के रूप में कार्य करने का एक मंच है।

जो गंभीर कुपोषित बच्चों के लिए बना मददगार साबित हो रहा है। कुपोषण को दूर करने के अधिकारियों की ओर से अपने चिन्हाकित गांव में जाकर सरपंच, पंच, जनप्रतिनिधियों, पर्यवेक्षक, एएनएम, मितानिन व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की उपस्थित में सुपोषण चौपाल लगाकर बच्चों के पालकों को जागरूक किया जा रहा है। जिसमें सरपंच, पंच, स्थानीय प्रतिनिधि अपनी सहभागिता निभा रहे है। जिले के ग्राम पंचायतों में ग्राम स्वच्छता समिति का माह में एक बार बैठक आयोजित कर आंगनबाड़ी केन्द्र के मरम्मत, साफ-सफाई और बच्चों के कुपोषण पर चर्चा की जाती है।

इसी कड़ी में जशपुर विकासखण्ड के ग्राम पंचायत रेंगोला के आश्रित ग्राम रायकोना, पाटोली, मिनी बंधकोना, मिनी नीचे रायकोन और मिनी सराइटोली के कुपोषित बच्चों को सरपंच, सचिव के द्वारा दूध, अंडा व सेव फल वितरण किया है। साथ ही सरपंच, सचिव, स्थानीय वार्ड पंच, मितानिन और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने कुपोषित बच्चों को सुपोषित के श्रेणी में लाने के लिए अपना पूरा सहयोग दे रहे हैं।