अंबिकापुर,21 जुलाई। सरगुजा जिले के लखनपुर निवासी एक महिला डॉक्टर का एमएमआई अस्पताल से एमबीबीएस की सर्टिफिकेट रायपुर की एक युवती ने वर्ष 2021 में चोरी कर ली थी। इसके बाद उसने अंबिकापुर के एक नामी अस्पताल में डॉक्टर के पद पर नौकरी ज्वाइन कर ली। डेढ़ साल से वह मरीजों का इलाज कर रही थी। इसी बीच जब महिला डॉक्टर को पता चला कि उसके चोरी के सर्टिफिकेट के आधार पर अंबिकापुर में ही एक युवती नौकरी कर रही है तो उसने मामले की शिकायत गुरुवार को एसपी से की। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए होलीक्रॉस अस्पताल पहुंचकर संदिग्ध महिला चिकित्सक के दस्तावेज की जांच की तो फर्जी पाया गया। इस पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
जानकारी के मुताबिक लखनपुर निवासी डॉ. खुशबू साहू ने इस मामले की रिपोर्ट कोतवाली थाना में दर्ज करायी। उसने रिपोर्ट में बताया कि वह लहपटरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सक के पद पर पदस्थ हैं। मार्च 2021 में वह रायपुर के एमएमआई हॉस्पिटल में चिकित्सक के पद पर ज्वाइन करने के लिए अपने संपूर्ण शैक्षणिक दस्तावेज और एमबीबीएस के सर्टिफिकेट के साथ गई थी। दस्तावेज परीक्षण के बाद किसी ने उन्हें चोरी कर लिया था। इस संबंध में खुशबू साहू ने रायपुर के थाना टिकरापारा में दस्तावेज चोरी की रिपोर्ट भी दर्ज करायी थी।
इसके बाद डाॅ.खुशबू साहू को 19 जुलाई को सूचना मिली कि एक अन्य युवती उसके मेडिकल की डिग्री और अन्य दस्तावेजों के आधार पर अंबिकापुर के होलीक्रास हास्पिटल में डाॅॅक्टर बनकर काम कर रही हैं। डॉ. खुशबू साहू की शिकायत के बाद पुलिस ने जब इस मामले की जांच की, तो पता चला कि वर्षा वानखेड़े नामक महिला डाॅ.खुशबू साहू के एमबीबीएस की डिग्री पर निजी हाॅस्पिटल में डाॅक्टर बनकर मरीजों का इलाज कर रही हैं। वर्षा वानखेड़े को हिरासत में लेकर जब पूछताछ किया गया, तो उसने बताया कि वह मूलतः रायपुर के खरोरा क्षेत्र की रहने वाली हैं और वह पिछले डेढ़ साल से खुशबू साहू के मेडिकल डिग्री के आधार पर होलीक्रा हाॅस्पिटल में डाॅ.खुशबू साहू बनकर अपनी सेवाएं दे रही थी। पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर आरोपी महिला को गिरफ्तार कर लिया हैं।
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