प्राइम वीडियो ने हाल ही में अपनी पहली हिंदी हॉरर सीरीज़ ‘अधूरा’ लॉन्च की है, जो एम्मे एंटरटेनमेंट के मोनिशा आडवाणी, मधु भोजवानी और निखिल आडवाणी द्वारा निर्मित है। गौरव के चावला और अनन्या बनर्जी (लिखित) द्वारा निर्देशित, सीरीज न केवल डरावनी और अलौकिक दुनिया पर प्रकाश डालती है, बल्कि बुलिंग की भयावहता को भी संबोधित करती है | इसमें दो महत्वपूर्ण पात्र है वेदांत और निनाद | जिनके माध्यम से, सीरीज विभिन्न प्रकार की बुलिंग, जिसका युवा दिमाग पर होनेवाला प्रभाव, सदमा और इसके हैरतअंगेज प्रभावों पर प्रकाश डालती है।
‘संगथ’ एक प्रसिद्ध गैर-सरकारी संगठन (एनजीओ) है जो हर उम्र के लोगों के मानसिक स्वास्थ्य में सुधार लाने और निदानकरी सेवाएं, कार्यशालाएं और प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। अधूरा के रचनाकारों ने संगथ के साथ हाथ मिलाने का उद्देश्य यह है कि बुलिंग यानि छेड़छाड़ जैसी हरकतों का सामना करनेवाले पीड़ित बच्चों में सुधार लाने का यह एक सफल कदम है | इससे पीड़ित बच्चे या युवा उनकी सहायता के लिए एनजीओ के कल्याण केंद्र से मुफ्त टेली-काउंसलिंग के लिए हेल्पलाइन +91-11-41198666 पर संपर्क कर सकते हैं, जो हर दिन सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक उपलब्ध है, या निदानकरी सेवाओं (निरंतर मानसिक स्वास्थ्य सहायता) के लिए contact.clinicalservices@sangath.in.पर संपर्क कर सकते हैं।
इस साझेदारी के बारे में बोलते हुए, सीरीज की लेखिका और निर्देशक अनन्या बनर्जी ने कहा, “हम इस बात से आभारी हैं कि सीरीज को देखनेवाले दर्शको ने बुलिंग और होमोफोबिया जैसे मुद्दों को दूर करने के हमारे प्रयासों की सराहना की है। मेरा दृढ़ विश्वास है कि कहानी कहने के माध्यम से कोई सार्थक बातचीत शुरू कर सकता है और बदलाव ला सकता है। प्रत्येक बच्चा एक ऐसी दुनिया में विकसित होने का हकदार है जहां दया प्रबल होती है और जहा हम बच्चों को सशक्त बनाना चाहते हैं और एक ऐसे वातावरण को बढ़ावा देते हैं जहां वे अपने आप को सुरक्षित महसूस करें | बुलिंग के बारे में सार्वजनिक जागरूकता बढ़ाने और इसके खिलाफ खड़े होने की हमारी यात्रा में एनजीओ संगथ के साथ हमारा जुड़ाव एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।
इस साझेदारी के बारे में बात करते हुए निर्माता और निर्देशक गौरव के. चावला ने कहा, “एक फिल्म निर्माता के रूप में, मुझे ऐसी कहानियां बताना पसंद है जो सामाजिक मुद्दों को प्रभावी ढंग से बताती हैं और फिर इसे इस तरह से पेश करती हैं कि यह एक संदेश को आगे बढ़ाती है | अधूरा के साथ हमारा प्रयास इन विभिन्न पहलुओं को छूना था। दो पात्रों वेदांत और निनाद के माध्यम से हमने बुलिंग यानि छेड़छाड़ जैसे एक बहुत ही प्रासंगिक विषय को छुआ है। बुलिंग को अक्सर बड़े होने का एक हिस्सा माना जाता है, हालांकि इसका कई लोगों पर हानिकारक प्रभाव पड़ सकता है। हमें संगथ के साथ सहयोग करने की खुशी है, जो बाल विकास और मानसिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में जानकार हैं, साथ ही इस मुद्दे को बताने और पीड़ितों को संभालने में भी अद्भुत काम कर रहे हैं, इसलिए उसके बारे में हमें अधिक जागरूकता फैलानी होगी।
हमारी इस साझेदारी के बारे में बात करते हुए, संगथ वेल-बीइंग सेंटर के डॉ. अभिजीत नाडकर्णी ने कहा, “हम बुलिंग के महत्वपूर्ण मुद्दे के बारे में बातचीत शुरू करने की पहल करने के लिए अधूरा के रचनाकारों और प्राइम वीडियो की टीम की सराहना करते हैं। बुलिंग यानि छेड़छाड़ अपने सभी रूपों में, युवा लोगों और समुदायों के रचनात्मक अनुभवों पर गहरा प्रभाव डालती है, जिससे उनका भावनात्मक और मानसिक स्वास्थ्य प्रभावित होता है, और उनके वयस्क जीवन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है, इस प्रकार उनके जीवन की सभी योग्यताओं पर इसका असर पड़ता है | बड़े पैमानें पर देखे जाने वाले प्राइम वीडियो जैसे प्लेटफार्म के माध्यम से बुलिंग के बारे में बातचीत शुरू करने से इसके दुष्प्रभावों के बारे में जागरूकता बढ़ाने, उसपर रोकथाम लगाने और दर्शकों को संवेदनशील बनाने में मदद मिलेगी | दर्शकों के बीच सहानुभूति, करुणा और उनकी समझ को भी इससे बढ़ावा मिलेगा । हमें उम्मीद है कि यह शो बुलिंग से पीड़ित लोगों को यह सांत्वना देने के लिए प्रोत्साहित करेगा कि वे अकेले नहीं हैं | साथ ही उन्हें समर्थन मांगने और इस व्यापक सामाजिक मुद्दे के खिलाफ आवाज उठाने के लिए सशक्त बनाएगा।”
अधूरा अपने पात्रों के गहरे डर और अंदरूनी हैवानियत पर प्रकाश डालता है, जो अलौकिक दुनिया में एक मनोरंजक और रहस्यमय यात्रा का वादा भी करता है। सीरीज में रसिका दुग्गल, इश्वाक सिंह, पूजन छाबड़ा, श्रेनिक अरोड़ा, राहुल देव, रिजुल रे, ज़ोआ मोरानी, साहिल सलाथिया, अरु कृष्णश वर्मा, जामिनी पाठक और अन्य कलाकार भी शामिल हैं। दुनिया भर के 240 से अधिक देशों और क्षेत्रों के प्राइम सदस्य अब अधूरा को स्ट्रीम कर सकते हैं।
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