छत्तीसगढ़ के स्टील, कोल कारोबारी के ठिकानों पर आयकर छापा, 50 लाख जब्‍त

रायपुर,20 जुलाई। आयकर विभाग की कार्रवाई में अब स्टील, कोल कारोबारी, आरा मिल संचालक और रेलवे ठेकेदार के साथ ही छत्‍तीसगढ़ के राइस मिलर और मार्कफेड एमडी भी आ गए हैं। आयकर अफसरों की टीम ने मंगलवार रात को ही रायपुर, बिलासपुर, कोरबा, महासमुंद, धमतरी, दुर्ग और खरोरा के राइस मिलरों के साथ मार्कफेड के एमडी के घर भी दबिश दी।



छापे में कारोबारियों से मिले एक करोड़ में से 50 लाख रुपये जब्त

इस प्रकार अब प्रदेश भर में 30 ठिकानों पर आयकर की जांच चल रही है और यह जांच आने वाले दो से तीन दिन जारी रहने की संभावना है। बुधवार को देर रात चली जांच में आयकर विभाग को स्टील व कोल कारोबारियों के ठिकानों से एक करोड़ रुपये मिले हैं, इसमें से 50 लाख रुपये जब्त हो गया।

इसके साथ ही इन कारोबारी समूहों से पांच लाकर भी मिले है। वहीं दूसरी ओर आयकर विभाग द्वारा राइस मिलरों से एक करोड़ का हिसाब मांगा जा रहा है। मालूम हो कि आयकर विभाग की यह जांच आय से अधिक संपत्ति, टैक्स चोरी और मनी लांड्रिंग के संदेह के आधार पर की जा रही है।

गौरतलब है कि मंगलवार सुबह से ही आयकर अफसरों की 150 सदस्यीय टीम द्वारा रायपुर और बिलासपुर के स्टील, कोल कारोबारी, पावर, आरा मिल संचालक और रेलवे ठेकेदार के घर व दफ्तर में दबिश दी गई। इसके बाद मंगलवार देरत रात को प्रदेश के राइस मिलरों व मार्कफेड एमडी के घर व दफ्तर में भी दबिश दी गई। मालूम हो कि आयकर अफसरों की जबलपुर और भोपाल की 80 सदस्यीय टीम दो दिन पहले ही रायपुर पहुंच गई थी।

बोगस दस्तावेज, कच्ची रसीदें, जमीन में निवेश व हवाला कारोबार के दस्तावेज मिले

बताया जा रहा है कि आयकर की इस कार्रवाई में विभाग को अभी तक इन समूहों से बड़ी संख्या में बोगस दस्तावेज, कच्ची रसीदों के साथ ही हवाला कारोबार के दस्तावेज भी मिले है। साथ ही स्टाक से अधिक निर्मित और अर्धनिर्मित माल तथा बेहिसाब खर्चा करना मिला है। इसके साथ ही कंप्यूटर, लैपटाप में गोपनीय लेनदेन का हिसाब मिला है। आयकर अफसरों द्वारा कारोबारियों और उनके फर्म के कर्मचारियों से पूछताछ की जा रही है।

इन ग्रुपों में जांच
आयकर विभाग की यह जांच सत्या पावर बिलासपुर, वंदना ग्लोबल ग्रुप रायपुर, झाझरिया ग्रुप बिलासपुर और ईश्वर टीएमटी ग्रुप रायपुर में की जा रही है।

धान की कस्टम मिलिंग में भुगतान में भ्रष्टाचार की शिकायत के बाद हुई कार्रवाई

सूत्रों के अनुसार धान की कस्टम मिलिंग के भुगतान में भ्रष्टाचार की शिकायत प्रधानमंत्री से की गई थी। उसके आधार पर ही आयकर विभाग द्वारा मार्कफेड के एमडी मनोज सोनी के खुशी अपार्टमेंट स्थित आवास के साथ ही मार्कफेड के दफ्तर में भी दबिश दी गई।

इसके साथ ही आयकर विभाग द्वारा बिलासपुर राइस मिलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष बलबीर सलूजा, प्रदेश कोषाध्यक्ष रौशन चंद्राकर (कुरुद), धमतरी में अजय बरड़िया, राजेंद्र लुंकड़ व दुर्ग में कैलाश रूंगटा, महासमुंद के पारस चोपड़ा समेत कई मिलर्स के ठिकानों पर आयकर की जांच चल रही है। बताया जा रहा है कि एसोसिएशन ने भुगतान में रिश्वत मांगे जाने की शिकायत की थी। प्रदेश में 105 लाख टन धान का संग्रहण हुआ था। शिकायतों के बाद ही आयकर विभाग सक्रिय हुआ।

रात 10 बजे 18 गाड़ियों के काफिले के साथ आइ आयकर की टीम
जानकारी के अनुसार धमतरी के राइस मिलर राजेंद्र लुंकड़ के अर्जुनी मोड़ स्थित आवास और सूर्या राइस मिल में छापामारी की कार्रवाई चल रही है। रात करीब 10 बजे 18 गाड़ियों के काफिले में आयकर विभाग की टीम यहां पहुंची और रात 12बजे से कार्रवाई शुरू कर दी। इसके साथ ही आयकर विभाग बर्तन व्यवसाई व राइसमिलर अजय बरडिया के अमलतास पुरम निवास, महालक्ष्मी ग्रीन में जांच पड़ताल कर रही है।

राइस मिल एसोसिएशन के अध्यक्ष कैलाश रूंगटा के घर भी दबिश
बताया जा रहा है कि आयकर की आठ सदस्यीय टीम ने प्रदेश राइस मिल एसोसिएशन के अध्यक्ष कैलाश रूंगटा के निवास में भी मंगलवार रात को छापा मारा। यह टीम दिल्ली से आइ थी और स्थानीय अधिकारियों को शामिल नहीं किया गया।जांच के बाद बुधवार सुबह टीम वापस लौट गई।