सड़क दुर्घटना एवं आपातकाल में लोगों की जान बचाने हेतु “आपातकालीन राहत, चिकित्सा व बचाव कार्य” का एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया

🔸 रामकृष्ण केयर हाॅस्पिटल रायपुर के डाॅ. संतोष कुमार सिंह एवं उनकी टीम के द्वारा दिया गया प्रशिक्षण।

🔸सिर एवं स्पाइनल कॉर्ड में चोट् ही मृत्यु का कारण है और हेलमेट ही इसका बचाव है !

🔸 प्रशिक्षण के दौरान यातायात पुलिस के कुल-60 अधिकारी/ कर्मचारी उपस्थित हुए।

🔸 सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति का हेलमेट किस प्रकार निकालना चाहिए, कैसे उठाना चाहिए, कैसे लेटाना चाहिए एवं अन्य महत्वपूर्ण जानकारी दी गई।

दुर्ग, 16 जुलाई । पुलिस अधीक्षक दुर्ग शलभ कुमार सिन्हा के निर्देशन पर आज पुलिस नियंत्रण कक्ष सेक्टर 06 भिलाई में ‘’आपातकालीन राहत, चिकित्सा व बचाव कार्य’’ का एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें सतीष ठाकुर, उप पुलिस अधीक्षक, यातायात की उपस्थिति में रामकृष्ण केयर हाॅस्पिटल रायपुर के डाॅ संतोष कुमार सिंह, हेडआफ डिपार्टमेन्ट इमरजेन्सी मेडिकल एवं उनकी टीम डाॅ. समीर, डाॅ. उत्तम, विवेक सिंह, राहुल पाठक, दीवाकर मिश्रा के द्वारा यातायात पुलिस के 15 अधिकारियो एवं हाईवे पेट्रोलिंग के जवान कुल-60 लोगो सीपीआर की ट्रेनिंग दी गई।

कार्यक्रम के शुरूवात में सर्वप्रथम डाॅ. संतोष कुमार सिंह के द्वारा सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति के एम्बुलेंस के आने से पहले जान बचाने के संबंध में विस्तृत जानकारी दी गई और साथ ही सड़क दुर्घटना के बाद वहां जो स्थिति बनती है उस दौरान पुलिस को घायल की जान बचाने के लिए क्या-क्या करना चाहिए इस संबंध में प्रश्न-उत्तर के माध्यम से कार्यशाला में उपस्थित पुलिस जवानों के सवालों का जवाब दिया गया कार्यक्रम में डाॅ. की टीम द्वारा डेमो के रूप में व्यक्तियों का पुतला लाया गया था जिसे घटना स्थल पर घायल व्यक्ति को कैसे उठाना चाहिए उसे किस अवस्था में रखना चाहिए और सीपीआर (कारडियों पल्मानेरी रेसियोएशन) कैसे दिया जाता है इस संबंध में डेमो दिखाया गया साथ ही ऐ,बी,सी,डी के माध्यम से ए फार एयर, बी फार ब्रिथ्रींग, सी फार ब्लड सकुलेशन, डी फार डिसेबल्टी इन चार चीजो का ध्यान रखते हुए घायल की मदद कैसे करनी चाहिए इसकी जानकारी दी गई साथ ही सड़क दुर्घटना में घालय व्यक्ति के हेलमेट कैसे निकालना चाहिए ये सब की जानकारी प्रदान की गई।

कार्यक्रम में उपस्थित उप पुलिस अधीक्षक, यातायात के द्वारा कहा गया कि आज का यह कार्यक्रम आगे जीवन में बहुत ही उपयोगी है चाहे आप ड्यूटी पर हो या अपने घर पर हो अथवा आप कही पर हो घायल की मदद करना यह एक सामाजिक कार्य है जो आपके ज्ञान में होने पर आप किसी भी व्यक्ति की जान बचा सकते हो और साथ ही कहा गया आप यहां से प्रशिक्षण के दौरान जो सीख रहे है आने वाले समय में अपने मित्रों एवं समाज में लोगो को इसकी जानकारी देना चाहिए साथ ही साथ यातायात नियमों के प्रति स्वयं जागरूक रहते हुए कहा गया कि आप अपने सभी नजदिकियो में रहने वाले लोगो को नियमो के प्रति जागरूक करने का कार्य करें आज सड़क दुर्घटना गंभीर विषय है इसमें अधिकतर नौ जवानों की जान जा रही है अतः लोगो को यातायात नियमों प्रति जागरूक करना हमारा उत्तरदायित्व कहा गया।