CG News :गोठान से जुड़कर संतोषी के जीवन में आया बड़ा बदलाव

मनेंद्रगढ़ ,15 जुलाई । कलेक्टर  के निर्देशन तथा मार्गदर्शन में सुराजी गांव योजना के तहत गांवों में निर्मित गौठान में  स्व-सहायता समूह की महिलाओं के द्वारा आजीविकामूलक गतिविधियां संचालित की जा रही हैं। गोठान से मिलने वाली आय का सदुपयोग कर महिलाएँ अपना ख़ुद का व्यवसाय प्रारंभ कर आत्मनिर्भर हो रही हैं।

मनेंद्रगढ़ ज़िला मुख्यालय से लगभग 25 किमी की दूरी पर खड़गवां विकासखंड में ग्राम पंचायत मेंड्रा स्थित है। मेंड्रा में गुंजा महिला स्व-सहायता समूह की महिलाएँ गोठान में गोबर ख़रीदी और वर्मी कंपोस्ट निर्माण कार्य करती हैं। समूह में काम करने वाली  संतोषी सिंह ने वर्मी कंपोस्ट खाद विक्रय से मिले  अपने हिस्से की लाभांश राशि से  मिनी धान कुटाई मशीन की ख़रीदी की। अब वे घर पर ही धान कुटाई करके लगभग 4 से 5 हजार प्रति महीना की कमाई कर रही हैं। पोर्टेबल मशीन होने के कारण इसे आवश्यकतानुसार बाहर भी ले जाया जा सकता है। मशीन से होने वाली आमदनी का सारा श्रेय उन्होंने गोठान योजना और योजना को लाने वाले प्रदेश के मुखिया  भूपेश बघेल को दिया है।

ज़िला सीईओ आशुतोष चतुर्वेदी ने बताया कि गौठानों में आयअर्जक गतिविधियों के संचालन के लिए शासन द्वारा विभिन्न आधारभूत संरचनाएं एवं संसाधन उपलब्ध कराए जा रहे हैं, जिससे समूह की महिलाओं एवं ग्रामीणों को स्व-रोजगार के संचालन में मदद मिल रही है। महिला एवं युवा उद्यमियों को शासन द्वारा गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण देने की व्यवस्था भी की गई है।छत्तीसगढ़ सरकार की गोठान योजना से गांवों में ग्रामीणों को रोजगार व स्व-रोजगार मिलने लगा है। गांवों को उत्पादन का केन्द्र और ग्रामीणों को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से शुरू की गई इस योजना से अब ग्रामीण परिदृश्य में एक सकारात्मक बदलाव दिखने लगा है।