घट रहा यमुना का जलस्तर…सेना की मदद से ITO बैराज का जाम गेट खुला

नईदिल्ली I देश की राजधानी दिल्ली में यमुना नदी खतरे के निशान के ऊपर बह रही है. बाढ़ का पानी दिल्ली के कई इलाकों में घुस चुका है. दिल्ली की कई सड़कें तालाब में तब्दील हो चुकी हैं. अब तक सैकड़ों लोगों को यमुना के आसपास के क्षेत्रों से निकाला जा चुका है. इस बीच राहत की बात है कि यमुना का जलस्तर धीरे-धीरे कम हो रहा है.

दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने से हो रही परेशानियों को लेकर कहा, “नौसेना के जवानों को तैनात किया गया है. करीब 20 घंटों की बिना रुके मेहनत के बाद, आईटीओ (ITO) बैराज का पहला जाम हुआ गेट खोल दिया गया है. जल्द ही पांचों गेट खोल दिए जाएंगे. आर्मी इंजीनियर रेजिमेंट और गोताखोरों का विशेष धन्यवाद.” इसकी वजह से आईटीओ और राजघाट के इलाके शुक्रवार को जलमग्न हो गए जिससे हालात और बदतर हो गए. पानी तिलक मार्ग इलाके में स्थित सुप्रीम कोर्ट तक भी पहुंच गया.

उत्तर पश्चिमी दिल्ली के मुकुंदपुर इलाके में शुक्रवार (14 जुलाई) को बाढ़ के पानी में नहाते वक्त तीन लड़के डूब गए. अधिकारियों ने बताया कि हादसे के शिकार तीनों लड़के उत्तर पूर्वी दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके के रहने वाले थे और उनकी उम्र 10 से 12 साल के बीच थी. दिल्ली में बाढ़ से संबंधित घटनाओं में मौत का यह पहला मामला है. अरविंद केजरीवाल ने तीन नाबालिग बच्चों के डूबने की घटना को लेकर कहा, “यह बहुत दुखद है, वे तीन बच्चे नदी में नहाने गए थे जबकि हमने कई बार कहा है कि नदियों से दूर रहें. कई लोग बाढ़ देखने जा रहे हैं तो ऐसा न करें क्योंकि बहाव अभी इतना तेज है कि आप कितने बड़े तैराक क्यों न हो आप उस बहाव को बर्दाश्त नहीं कर पाएंगे.”

शुक्रवार (14 जुलाई) शाम 6 बजे तक यमुना नदी का जलस्तर 208.17 मीटर दर्ज किया गया. मौसम विभाग ने दिल्ली में मध्यम बारिश और गरज के साथ बारिश के लिए ‘येलो’ अलर्ट जारी किया है. जिसके कुछ हिस्सों में बाढ़ जैसी स्थिति बनी हुई है. इसमें लक्ष्मी नगर, आयानगर, लोधी रोड, मुंगेशपुर सहित कई इलाके शामिल हैं. सीएम अरविंद केजरीवाल ने बताया कि यमुना में बढ़े जलस्तर से दिल्ली जल बोर्ड (DJB) का इंद्रप्रस्थ रेगुलेटर क्षतिग्रस्त हो गया. दिल्ली सरकार, एनडीआरएफ और आर्मी की टीमें इसे ठीक कर रही हैं. वहीं, अब इसे लेकर राजनीति भी तेज हो गई है. दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने आरोप लगाया है कि केंद्र सरकार ने एनडीआरएफ की टीमें समय से उपलब्ध नहीं करवाईं. उन्होंने कहा कि आपातकाल की स्थिति में अफसरों को मंत्रियों की बात को सुनना चाहिए.

उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने सौरभ भारद्वाज के आरोप पर कहा था कि यह वक्त साथ मिलकर काम करने का है न कि आरोप-प्रत्यारोप का. मैं भी बहुत कुछ कह सकता हूं लेकिन इस क्षण यह जरूरी नहीं है. वहीं, पूर्व क्रिकेटर और बीजेपी नेता गौतम गंभीर ने आप पर निशाना साधते हुए कहा, “यमुना में जब पानी हरियाणा से छोड़ा गया तो अरविंद केजरीवाल जी ने अपने मंत्रियों के साथ बाल्टी लेकर यमुना से पानी क्यों नहीं निकाला.”

गौतम गंभीर ने कहा, “बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि दिल्ली की आज यह हालत है. यह तो होना ही था. अगर सरकार अपने 9 साल के कार्यकाल में एक रुपया इंफ्रास्ट्रक्चर पर खर्च नहीं करेगी तो यही होगा. सिर्फ फ्रीबीज और वोट बैंक की राजनीति करने पर यह तो होना ही था. केंद्रीय जल आयोग के मुताबिक, शुक्रवार की शाम 5 बजे तक यमुना का जलस्तर 208.20 मीटर दर्ज किया गया था. वहीं, शाम छह बजे यमुना का जलस्तर घटकर 208.17 मीटर हो गया. सीएम अरविंद केजरीवाल ने भी ट्वीट करते हुए कहा कि ओखला वाटर ट्रीटमेंट प्लांट शुरू हो गया है. प्लांट में बाढ़ आने के बाद यहां जल उपचार बंद कर दिया गया था और अब पानी कम होने के बाद इसे दोबारा शुरू कर दिया गया है.

इस बार की बारिश में दिल्ली में यमुना के अधिकतम जलस्तर का 45 साल पुराना रिकॉर्ड भी टूट गया है. इससे पहले 1978 को यमुना का ‘अधिकतम फ्लड लेवल’ 207.49 मीटर था, जोकि इस साल 208 के ऊपर पहुंच गया है. ऐसे में शहरों, गांवों और कस्बों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है. दिल्ली सरकार की तरफ से लगातार हालातों को काबू करने की कोशिश की जा रही है. दिल्ली सरकार ने बताया कि अब तक 25,478 लोगों को निकाला गया है. 22,803 लोग तंबू/आश्रयों में हैं. बाढ़ प्रभावित जिलों में बचाव कार्य में एनडीआरएफ की 16 टीमें तैनात की गई हैं. निचले इलाकों में नदी के पानी के बैकफ्लो, तटबंधों के टूटने आदि के कारण बाढ़ का पानी देखा गया है.

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