लखन गोस्वामी,करतला। कोरबा जिले के सीमांत व चांपा जिले की प्रारंभिक सीमा से लगे फ़रसवानी पंचायत के ग्राम मेनपारा में बुधवार को देर शाम शराब पकड़ने गई आबकारी टीम पर ग्रामीण हमलावर हो गए। ग्रामीणों में इस बात पर आक्रोश था कि पिछले 1 सप्ताह से आबकारी विभाग के लोग एक ही घर में बार-बार जाकर परेशान कर रहे हैं। आबकारी टीम जब ग्रामीणों से घिर गई और झूमा झटकी व मारपीट जैसी घटना हुई तो सूचना पर इनके बचाव के लिए निकटवर्ती चांपा थाना से पुलिस के कर्मचारी पहुंचे इन्हें भी ग्रामीणों के कोप का शिकार होना पड़ा। हालांकि चांपा पुलिस के साथ अप्रिय घटना नहीं हुई लेकिन जब पुलिसकर्मी यहां से भाग रहे थे तब ग्रामीणों ने इन्हें दौड़ाया भी। कुछ पुलिसकर्मी तो गाड़ी से उतर कर भाग निकले जबकि दो पुलिसकर्मी ग्रामीणों के हाथ लग गए जिन्हें ग्रामीणों ने खरी-खोटी सुनाई।
स्थानीय लोगों से ज्ञात हुआ है कि मैनपारा के रहने वाली कुछ महिलाओं पर बार-बार कार्रवाई की जा रही है। आज जब यहां आबकारी अमला पहुंचा तो यह महिलाएं दिन भर रेत ढोने के बाद थकान के साथ घर पहुंची थीं और आबकारी अमले के पहुंचने से इनका पारा सातवें आसमान पर चढ़ गया। ग्रामीणों का कहना था कि वह दिन में रेत ढोते हैं तो पुलिस वाले ट्रैक्टर पकड़ लेते हैं और जब दारू बना कर बेचते हैं तो आबकारी वाले दारू पकड़ लेते हैं, तो आखिर वह अपना जीवन-यापन कैसे करें? बहरहाल चांपा पुलिस की मदद से कोरबा आबकारी निरीक्षक रमेश कुमार अग्रवाल और उनकी टीम ग्रामीणों के कोप से बचकर निकल पाने में सफल रही।
बता दें कि आबकारी अमले की कार्यवाही अक्सर सवालों के घेरे में रही है। अमले के कुछ कर्मचारियों पर बेवजह परेशान करने और कार्रवाई के नाम पर वसूली की शिकायतें भी सामने आ चुकी हैं लेकिनअमले के कामकाज के तौर-तरीके में सुधार होता नहीं दिख रहा है।
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