रतन यादव को हटाकर ऋृषि मिश्रा को बनाया गया बजरंग दल का प्रांत संयोजक

भिलाई ,10 जुलाई  विश्व हिन्दु परिषद द्वारा 2024 को 60 वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है, इसलिए विहिप का षष्टीपूर्ति मनाया जा रहा है। इस वर्ष विश्व हिन्दू परिषद  छत्तीसगढ प्रांत द्वारा अपनी विशेष कार्य  विस्तार योजना निर्धारित की गई है। जिसके अंतर्गत प्रदेश में बढ़ते धर्मांतरण, लव जिहाद  जैसे अनेक विषयों पर चिंतन करते हुए, धर्म, राष्ट्र, और समाज की रक्षा के लिए कार्य किये जा रहे हैं। जिसके लिए नई नियुक्तियां की गई है और कई लोगों को प्रभार मुक्त किया गया है जिसमें गत 17 जनवरी को विश्व हिन्दु परिषद छत्तीसगढ की प्रांंत के बैठक में दायित्व नियोजन करते हुए रतन यादव दुर्ग को बजरंग दल के प्रांत संयोजक से मुक्त करते हुए ऋृषि मिश्रा को प्रति सयोंजक का दायित्व दिया गया है।

इसी तरह रवि निगम, कमल साव व रवि भारती को संगठन विरोधी एवं अनुशासनहीनता के कारण इन चारों को दायित्व से मुक्त किया गया है। इसकी सूचना संगठन ने पुलिस अधीक्षक दुर्ग को भी दी है। ये लोग वर्तमान मे संगठन में कियी भी पद पर नही है। विश्व हिन्दु परिषद और बजरंग दल ये चारों व्यक्तियों द्वारा स्वयं का नाम विहिप और बजरंग दल से जोड़कर अनेक स्थानों पर इसका दुरूपयोग कर रहे हैं जो कि विधिक दृष्टि से उचित नही है। ये लोग समाज और शासन प्रशासन का भ्रमित कर रहे हैं। उक्त बातें आज एक पत्रकारवार्ता में विश्व हिन्दू परिषद के प्रदेश अध्यक्ष चन्द्रशेखर वर्मा ने कही।

वर्मा ने आगे कहा कि छग में बड़े पैमाने पर धर्मांतरण, लव जिहाद, गौ तस्करी और सरकारी जमीन पर रोहग्यिांओं द्वारा कब्जा किया जा रहा है, शासन प्रशासन फेल है। उन्होंने कहा कि जो यहां रोहग्यिां आये है उनका जाति प्रमाण पत्र भी धड़ल्ले से बनाया जा रहा है। गौ तस्करी का तो ये हाल है कि कवर्धा, गरियाबंद, जशपुर, बालोद, बलौदा बाजार सहित प्रदेश के कई जिलों में गौ तस्करी धड़ल्ले से हो रही है। पुलिस ऐसे मामलों में सहयोग नही कर रही है। वर्तमान में शैलेन्द सोनी,  राकेश रामलोचन, पारस बघेल, अमरचंद सुराणा को यादित्व दिया गया है।

वर्मा ने आगे कहा कि रतन यादव पिछले छ: माह से बैठक में नही आ रहे थे और आनलाईन बैठक लेकर प्रांतीय पदाधिकारियों को अपशब्द कहने का कार्य कर रहे थे। उन्हें संगठन के तरफ से सुधरने का काफी अवसर प्रदान किया गया लेकिन वे अपने में सुधार नही लाये जिसके कारण उनको पदभारमुक्त करना पड़ा। पत्रकारवार्ता में उपस्थित लोगों में संतोष गोलछा, विभूति भूशण पाण्डे, घनश्याम चौधरी,  नंदूराम साहू, ऋृषि मिश्रा, अनिल गुर्जर, बी सुग्रीव, पिंटू जॉल सहित बड़ी संख्या में विहिप और बजरंगदल के कार्यकर्ता मौजूद थे।