राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को अजित पवार और शरद पवार के बीच जारी खींचतान अब आखिरी मोड़ पर पहुंच चुकी है. अब पार्टी हथियाने को लेकर लड़ाई चुनाव आयोग तक पहुंच चुकी है. इधर पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष अजित पवार को चुन लिया गया है. 30 जून को मुंबई में हुई कार्यकारिणी की बैठक में अजित पवार को राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनने का प्रस्ताव पास किया गया था. इसे के तहत अजित को एनसीपी का सुप्रीमो चुनाव गया है.अजित पवार ने अपने 30 विधायकों के साथ बैठक से पहले अजित गुट ने चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाया.
चुनाव आयोग में अजित गुट ने दावा कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) का अध्यक्ष अब अजित पवार हैं. जानकारी के मुताबिक, कार्यकारी अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल ने 30 जून को राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई थी. इसमें प्रस्ताव पास किया गया है कि पार्टी लोगों के कल्याण के उद्देश्य से दूर जा रही है, ऐसे में शरद पवार की जगह अजित पवार को अध्यक्ष चुना जाता है. चुनाव आयोग में भी अजित गुट ने दायर याचिका की है. इसमें कहा गया है कि 30 जून को मुंबई में हुई कार्यकारिणी की बैठक में अजित पवार को एनसीपी का अध्यक्ष चुना गया है.
बैठक में 31 विधायक और 4 विधान पार्षद थे मौजूद
मुंबई में अजित पवार गुट की बैठक हुई. इसमें 31 विधायक और 4 एमएलसी मौजूद रहे. अजित गुट ने दावा किया था कि उनके पक्ष में NCP के 53 में से 40 विधायक हैं, लेकिन फिलहाल उनको 31 का ही समर्थन मिला है. बैठक में अजित पवार, छगन भुजबल, हसन मुश्रीफ, अदिति तटकरे, राजेश पाटिल, धनंजय मुंडे, नरहरि झिरवाल, दिलीप मोहिते , अनिल पाटिल , माणिकराव कोकाटे , दिलीप वाल्से पाटिल, धर्मराव अत्राम, अन्ना बंसोड़, नीलेश लंके, इंद्रनील नाइक, सुनील शेलके, सुनील टिंगरे बालासाहेब अजाबे, दत्तात्रय भरणे, संजय बंसोड़, संग्राम जगताप . दिलीप बनकर, दीपक चव्हाण, यशवंत माने, नितिन पवार शेखर निकम , बबनराव शिंदे, प्रकाश दादा सोलंके, मनोहर चंद्रिकापुर, संजय शिंदे, राजू कोरमारे शामिल थे. वहीं, चार विधान पार्षद भी मौजूद रहे. इसमें अमोल मिटकारी , रामराज निंबालकर, अनिकेत तटकरे समेत विक्रम काले बैठक में मौजूद रहे.
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