KORBA : आँकाक्षी जिला कोरबा में कृषि क्षेत्र में अनदेखी, शाकांभरी एवं सूक्ष्म सिंचाई योजना में नहीं मिले लक्ष्य…किसान निराश

कोरबा, 03 जुलाई । राज्य शासन आँकाक्षी जिला कोरबा की कृषि क्षेत्र में उपेक्षा कर रही। चालू वित्तीय वर्ष 2023 -24 में शाकांभरी एवं सूक्ष्म सिंचाई योजना में जिले को आज पर्यन्त लक्ष्य नहीं दिया गया। सिंचाई सुविधाओं में विस्तार के लिए बेहद महत्वपूर्ण इन योजनाओं से कोरबा की अनदेखी से आदिवासी बाहुल्य कोरबा जिले के किसान निराश हैं ।

यहां बताना होगा कि शाकांभरी योजना के तहत सभी वर्ग के लघु/सीमांत कृषक योजना में लाभान्वित किये जाते हैं। साग-सब्जी उत्पादन करने वाले कृषकों को प्राथमिकता दी जाती है। कूप निर्माण हेतु 25 हजार 200 रुपए तक अथवा वास्तविक लागत का 50 प्रतिशत जो भी कम हो अनुदान देय है।

वहीं सूक्ष्म सिंचाई योजना के अन्तर्गत छत्तीसगढ़ राज्य के ऐसे कृषकों का चयन किया जाता है , जिनके प्रक्षेत्र में सिस्टम की स्थापना हेतु उपयुक्त सिंचाई स्त्रोत एवं पर्याप्त जल उपलब्धता तथा सिंचाई पंप हो। सभी वर्ग एवं श्रेणी के कृषकों / कृषक समूह को पात्रता अनुसार अनुदान दिया जाता है।

शाकांभरी योजना के तहत पंप प्रतिस्थापन ,कूप निर्माण के लिए लक्ष्य दिए जाते रहे हैं वहीं सूक्ष्म सिंचाई योजना के तहत स्प्रिंकलर एवं ड्रीप के लक्ष्य दिए जाते रहते हैं। लेकिन चालू वित्तीय वर्ष 2023 -24 में शाकांभरी योजना एवं सूक्ष्म सिंचाई योजना के लिए एक भी लक्ष्य नहीं दिए गए। कोरबा आदिवासी बाहुल्य जिला है जहां गरीब आदिवासी किसानों की बाहुल्यता है चुनावी वर्ष में इन महत्वपूर्ण योजनाओं में कोरबा की अनदेखी से किसान निराश हैं।