बिलासपुर, 01 जुलाई। महादेव एव ऑनलाइन सट्टा पर बिलासपुर पुलिस की बहुत बड़ी कार्यवाही की गई है। पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह ने खुलासा करते हुए बताया कि 4 आरोपियों की गिरफ्तारी सहित 10 लाख नगद रुपए जब्त किए गए है 12.30 लाख करोड़ रूपये ऑनलाइन फ्रीज कराया गया। आरोपियों से 30 मोबाइल फ़ोन, 10 लैपटॉप, 10 एटीएम जब्त किए गए। पुलिस ने बताया कि आरोपी फ़र्ज़ी बैंक खाता खोलकर लोगो से ट्रेडिंग के बहाने खाता लेकर दूसरे मोबाइल से लिंक कर ऑनलाइन सट्टा में उपयोग करते थे। जिसमे 24 ऐसे खातों की पहचान की गई, बैंक के कर्मचारियों की मिली भगत पाई गई। 275 से अधिक एकाउंट की पहचान कर होल्ड कराये गए जो ऑनलाइन सट्टा में उपयोग होते थे। 600 vip मोबाइल no जो महादेव एव अन्य सट्टा प्लेटफार्म से संबंधित हैं उनकी पहचान की गई है, इन्हें डिएक्टिवेट कराया जाएगा। इसी तरह सोशल मीडिया हैंडल जो इससे संबंधित है उनकी पहचान की गई है, इन्हें बंद कराया जाएगा।
पुलिस अधीक्षक बिलासपुर संतोष सिंह (भापुसे के निर्देशानुसार अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर राजेंद्र जायसवाल नगर पुलिस अधीक्षक संदीप कुमार पटेल (भापुसे) के मार्गदर्शन में ऑनलाइन सट्टा बैटिंग प्लेटफॉर्म पर कार्यवाही की जा रही है। इसी तारतम्य में थाना तारबाहर में पंजीबद्ध अपराध क्रमांक 147/23 धारा 420,34 भादवि धारा 07 जुआ एक्ट जिसमें फर्जी बैंक खाता खुलवाकर 50 करोड़ से अधिक रकम का ट्रांजेक्शन किया गया था। उक्त अपराध की विवेचना क्रम में यह स्पष्ट हुआ कि घटना में प्रयुक्त बैंक खातों का प्रयोग ऑनलाइन सट्टा महादेव बुक, रेड्डी अन्ना में ऑनलाइन सट्टा खेलने के रकम लेन देन में किया गया है।
फर्जी बैंक खाता खोलने के लिए सार्थक, एवम् क्षितिज स्कूल कॉलेज में पढ़ने वाले अपने जान पहचान वाले लोगों को शेयर ट्रेंडिंग का कारण बता कर फर्जी बैंक खाता खोलवाते थे। बैंक रकम ट्रांजेक्शन में प्रयोग होने वाले id पासवर्ड, UPID, कार्ड आदि मुहैया कराने का कार्य करते थे । बैंक खाता खोलने में यस बैंक, एक्सिस बैंक, ICICI, HDFC, IDFC के कर्मचारियों की भूमिका पाई गई है। बैंक खाता में जो मोबाइल नंबर रजिस्टर है उक्त मोबाइल नंबर खाता धारक के नही हैं, छितिज के कहने पर फर्जी मोबाइल नंबर को खाता में रजिस्टर कर दिया गया है, जिससे ऑनलाइन बैंकिंग और UPI ट्रांजेक्शन में ऑनलाइन सट्टा खेलाने वालों को पैसा लेन-देन करने में किसी प्रकार की दिक्कत नहीं होती थी। जहां पर मोबाइल सिम बेचे जाते हैं उन दुकानों में मोबाइल sim अपडेट करते समय एक बार की बजाए दोबारा फिंगरप्रिंट scanner कर लिया गया और दो बार फोटो खीचकर फर्जी सिम कार्ड चालू कर लिया गया उक्त सीम कार्ड को महंगे दामों पर ऑनलाइन वेटिंग सट्टा खिलाने वालों को बेचते थे बिलासपुर में ऐसे मोबाईल दूकान वालों की पहचान की गयी है एवं गिरफ्तार किया गया है।
कार्यवाही में विशेष योगदान –
नगर पुलिस अधीक्षक बिलासपुर, एसीसीयू बिलासपुर निरी0 धर्मेन्द्र वैष्णव, निरी0 मनोज नायक थाना प्रभारी तारबाहर, उप निरी0 अजय वारे, एवं थाना स्टाफ।
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